ऑपरेशन सिंदूर की भावना को सलाम करेगा बॉम्बे सैपर्स, स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार वाड़ा में विशेष कार्यक्रम

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 14-08-2025
Bombay Sappers will salute the spirit of Operation Sindoor, special program at Shaniwarwada on Independence Day
Bombay Sappers will salute the spirit of Operation Sindoor, special program at Shaniwarwada on Independence Day

 

पुणे

पुणे का ऐतिहासिक शनिवार वाड़ा इस स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति और वीरता के सुरों से गूंज उठेगा, जब बॉम्बे सैपर्स मिलिट्री बैंड एक विशेष कार्यक्रम के तहत ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी को सम्मानित करेगा।

मई में, भारत ने पहलगेम नरसंहार (22 अप्रैल) में 26 लोगों की आतंकियों द्वारा हत्या के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को सटीक हमलों में नष्ट किया था।

‘इकोज़ ऑफ़ वेलर – ए ट्रिब्यूट थ्रू ट्यून्स’ नामक इस कार्यक्रम में, शनिवार वाड़ा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में बॉम्बे सैपर्स देशभक्ति के गीतों और सैन्य धुनों के साथ शौर्य, एकता और बलिदान की भावना को जीवंत करेंगे।

रक्षा विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया,“यह अनोखी संगीतमय संध्या ऑपरेशन सिंदूर की वीर भावना और भारतीय सशस्त्र बलों के अटूट साहस को सम्मानित करेगी।”

यह कार्यक्रम 15 अगस्त को शाम 5:30 से 6:30 बजे तक शनिवार वाड़ा में आयोजित होगा, जहां जनता सेना के जवानों के साथ एकजुट होकर स्वतंत्रता और बलिदान का जश्न मना सकेगी।

रिलीज़ के मुताबिक, ये प्रस्तुतियां सिर्फ संगीत समारोह नहीं बल्कि सैनिकों की ओर से जनता के लिए एक हार्दिक सलाम हैं, जो वर्दी और देश के बीच के अटूट बंधन को और मजबूत करते हैं।

बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर, जो बॉम्बे सैपर्स का प्रशिक्षण केंद्र है, का इतिहास दो शताब्दियों से भी पुराना है। 1820 में स्थापित बॉम्बे सैपर्स ने प्रथम अफगान युद्ध से लेकर आधुनिक अभियानों तक, युद्ध इंजीनियरिंग में अद्वितीय साहस और कौशल का परिचय दिया है। उनका आदर्श वाक्य “सर्वत्र” उनकी हर परिस्थिति में सेवा देने की तत्परता को दर्शाता है।

34 प्रतिभाशाली संगीतकारों से बना बॉम्बे सैपर्स मिलिट्री बैंड इस गौरवशाली परंपरा को संगीत के माध्यम से आगे बढ़ा रहा है। दशकों से, यह बैंड राष्ट्रीय समारोहों और रेजिमेंटल आयोजनों में अपनी अनुशासनबद्ध और भावनात्मक देशभक्ति धुनों से दर्शकों को प्रेरित करता आ रहा है।

रक्षा विभाग ने कहा,“इस बैंड का हर सुर सिर्फ एक धुन नहीं, बल्कि भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास और सैनिकों के बलिदान को जीवित रखने वाली श्रद्धांजलि है।”