नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक तीन महीने लंबा राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। इस अभियान में पार्टी इस बात पर ज़ोर दे रही है कि वह भारत में निर्मित सभी वस्तुओं को स्वदेशी मानती है, जिनमें विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में बनाए गए उत्पाद भी शामिल हैं।
यह अभियान पार्टी के प्रमुख विचारक दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर शुरू हुआ है और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर समाप्त होगा। इसके तहत भाजपा सदस्य स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए घर-घर जाएंगे और कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि "हर घर स्वदेशी" आत्मनिर्भर भारत का केंद्र है, और पार्टी हर घर को इस अभियान से जोड़ने का काम करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि तीन महीने के इस अभियान का उद्देश्य किसी उत्पाद का बहिष्कार करना नहीं है, बल्कि भारत में और भारतीयों द्वारा निर्मित उत्पादों को प्राथमिकता देना है।
अभियान की रूपरेखा और लक्ष्य
सिंह ने बताया कि स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे:
20,000 से अधिक "आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान"
1,000 से अधिक मेले
500 से अधिक "संकल्प रथ"
जागरूकता फैलाने के लिए मशहूर हस्तियों और प्रतिभाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पार्टी युवाओं, महिलाओं और व्यापारियों की बैठकें भी आयोजित करेगी। सिंह ने कहा, "हम सब लोगों तक पहुंच कर स्वदेशी के लिए एक जन आंदोलन बनाना चाहते हैं।"
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "वोकल फॉर लोकल" पर जोर देने से खादी उत्पादों की खरीद में तेज़ी आई है, मोबाइल विनिर्माण कारखानों की स्थापना हुई है और खिलौनों जैसे उत्पादों के आयात में कमी आई है।
भाजपा अपने अभियान में इस बात पर ज़ोर देगी कि स्वदेशी भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रेरकों में से एक था और अब यह देश को आर्थिक आत्मनिर्भरता दिला सकता है। सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में "आत्मनिर्भर भारत" के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना। उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं, जबकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के तहत केवल 2.5 लाख करोड़ रुपये ही खर्च किए गए थे।
भाजपा नेता ने दावा किया कि राजग सरकार ने अपनी पूर्ववर्ती सरकार की तुलना में पाँच गुना अधिक रोजगार सृजित किए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में 32 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के मुद्रा ऋण से 52 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। अंत में, सिंह ने कहा कि व्यापारियों को स्वदेशी उत्पाद बेचने तथा अपनी दुकान का एक कोना इन वस्तुओं के लिए समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।