अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रही है, तीर्थयात्रियों का एक और जत्था घाटी के लिए रवाना हुआ

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 24-07-2024
Amarnath Yatra progressing peacefully, another batch of pilgrims leaves for Valley
Amarnath Yatra progressing peacefully, another batch of pilgrims leaves for Valley

 

जम्मू

अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू होने के बाद से शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रही है, क्योंकि 2,907 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था बुधवार सुबह दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ.
 
अधिकारियों ने कहा, "पहला सुरक्षा काफिला 41 वाहनों में 1,134 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि दूसरा सुरक्षा काफिला 62 वाहनों में 1,773 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। दोनों काफिले आज सुबह 4.40 बजे जम्मू से रवाना हुए."
 
गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है.
 
भक्तों का मानना ​​है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है.
 
यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
 
श्रद्धालु पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग या उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं.
 
पहलगाम-गुफा मंदिर की धुरी 48 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुंचने में चार से पांच दिन लगते हैं.
 
बालटाल-गुफा मंदिर की धुरी 14 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को ‘दर्शन’ करने और बेस कैंप पर लौटने में एक दिन लगता है.