आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने के लिए अपने चाचा एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार की शनिवार को प्रशंसा की, जिसमें स्थानीय निकायों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया था.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘उस समय साहेब (शरद पवार) मुख्यमंत्री थे और विधायक के तौर पर वह मेरा पहला कार्यकाल था. उन्होंने कहा कि विधेयक पारित होने तक सदन को स्थगित नहीं किया जाना चाहिए। हमने बहस के बाद सुबह साढ़े तीन बजे विधेयक पारित किया था. अजित पवार द्वारा यह प्रशंसा ऐसे समय की गई है जब शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले गुटों के संभावित विलय की अटकलें जारी हैं.
शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) 2023 में विभाजित हो गई थी जब उनके भतीजे अजित पवार अलग होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में शामिल हो गए थे. हालांकि बाद में उन्हें मूल पार्टी का नाम और उसका चिह्न मिला, वहीं शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट को राकांपा (शरद चंद्र पवार) के रूप में जाना जाने लगा. दोनों गुटों ने मेल-मिलाप की बात को अटकलबाजी बताया है.