पीएम मोदी के ओमान दौरे से पहले भारत-ओमान व्यापार में बड़े अवसर, उद्योग तेज़ बढ़त की उम्मीद

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 17-12-2025
Ahead of PM Modi's visit to Oman, significant opportunities in India-Oman trade; industry expects rapid growth.
Ahead of PM Modi's visit to Oman, significant opportunities in India-Oman trade; industry expects rapid growth.

 

मस्कट (ओमान)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओमान दौरे से पहले भारतीय उद्योग जगत के शीर्ष नेताओं और उद्योग संगठनों ने भारत-ओमान आर्थिक संबंधों की बढ़ती मजबूती की सराहना करते हुए आने वाले समय में व्यापार, निवेश और सहयोग के बड़े अवसरों की उम्मीद जताई है।

जिंदल स्टील के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ओमान आगमन को लेकर वहां जबरदस्त उत्साह है। उन्होंने कहा, “यह बहुत बड़ी बात है कि भारत के प्रधानमंत्री ओमान आ रहे हैं। यहां न सिर्फ भारतीय, बल्कि ओमानी नागरिक भी बेहद उत्साहित हैं।”

द्विपक्षीय व्यापार पर बात करते हुए जिंदल ने बताया कि भारत-ओमान व्यापार इस समय करीब 10 अरब डॉलर का है, जो आने वाले वर्षों में दोगुना हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत का मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, आईटी और कृषि क्षेत्र ओमान में काफी लोकप्रिय है, खासकर भारतीय बासमती चावल की मांग काफी अधिक है।

नवीन जिंदल ने ओमान में जिंदल स्टील के निवेश का ज़िक्र करते हुए कहा कि कंपनी ने अब तक 3 अरब डॉलर से अधिक निवेश किया है, जो आगे चलकर 7-8 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि ओमान में 32.5 लाख टन स्टील उत्पादन से देश को स्टील आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिली है और अब ग्रीन स्टील में भी विस्तार की योजना है।

अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि निरंतर व्यापार समझौते भारतीय निर्माताओं के लिए नए बाज़ार खोलेंगे। उन्होंने बताया कि ओमान के साथ भारत के स्वास्थ्य संबंध 20 वर्षों से मजबूत हैं और अब उन्नत डायग्नोस्टिक्स, जेनेटिक टेस्टिंग और बायोमार्कर जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

टाटा केमिकल्स के एमडी और सीईओ आर. मुकुंदन ने कहा कि भारत-ओमान के बीच व्यापारिक संबंध बेहद सकारात्मक हैं और द्विपक्षीय व्यापार करीब 19-20 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ रहा है। उन्होंने ओमान को दक्षिण एशिया, पूर्वी अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए एक अहम व्यापारिक केंद्र बताया।

इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन पंकज चड्ढा ने कहा कि सीईपीए से इंजीनियरिंग निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। वहीं, जीजेईपीसी के चेयरमैन किरिट भंसाली ने जीसीसी देशों को भारत के लिए बड़ा बाज़ार बताया।

असोचैम के पूर्व अध्यक्ष संजय नायर ने कहा कि भारत-ओमान व्यापार तीन से चार गुना तक बढ़ सकता है, जबकि असोचैम अध्यक्ष निर्मल के. मिंडा ने ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन को प्रमुख क्षेत्र बताया।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के निमंत्रण पर यह दौरा कर रहे हैं, जो दोनों देशों के 70 वर्षों के राजनयिक संबंधों के मौके पर हो रहा है। 2024-25 में भारत-ओमान द्विपक्षीय व्यापार 10.61 अरब डॉलर रहा है। इस दौरे के दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।