आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
लक्जरी कार बनाने वाली मर्सिडीज-बेंज इंडिया जनवरी से वाहनों की कीमत दो प्रतिशत तक बढ़ाएगी। वाहन विनिर्माता यूरो के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट के प्रभाव को कम करने के लिए यह कदम उठा रही है। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने कहा कि कीमतों में दो प्रतिशत की सीमा तक की गिरावट 2025 के दौरान लक्जरी वाहन बाजार में व्याप्त निरंतर विदेशी मुद्रा दबाव को दर्शाती है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने कहा, "मुद्रा संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियां इस वर्ष हमारी अपेक्षा से अधिक समय तक बनी रही, यूरो लगातार 100 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। इस दीर्घकालिक अस्थिरता का असर स्थानीय उत्पादन के लिए आयातित कल-पुर्जों से लेकर पूरी तरह से विनिर्मित इकाइयों तक पड़ता है।’’
कंपनी ने कहा कि कच्चे माल की लागत, वस्तुओं की कीमतों और लॉजिस्टिक खर्चों में बढ़ोतरी, साथ ही मुद्रास्फीति के दबाव ने उसके मुनाफे पर भारी असर डाला है, जिससे कीमतों में संशोधन आवश्यक हो गया है।
अय्यर ने कहा, "आरबीआई द्वारा रेपो दर में लगातार की जा रही कटौती के कारण, मर्सिडीज-बेंज फाइनेंशियल सर्विसेज अंतिम ग्राहकों तक इन फायदों को पहुंचा पा रही है, जिससे कीमत बढ़ोतरी के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा रहा है।"
बृहस्पतिवार को बीएमडब्ल्यू इंडिया ने घोषणा की कि वह जनवरी से वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है क्योंकि भारतीय रुपया यूरो के मुकाबले कमजोर हो रहा है।