पुणे में असमिया समुदाय ने गायक जुबीन गर्ग को दी श्रद्धांजलि

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 20-09-2025
The Assamese community in Pune paid tribute to singer Zubin Garga.
The Assamese community in Pune paid tribute to singer Zubin Garga.

 

पुणे

असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग के निधन की खबर से पूरे समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय उनका निधन हो गया।

पुणे के मोहम्मदवाड़ी क्षेत्र में ‘जुवा संघ’ द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में असमिया समुदाय के सदस्यों ने मोमबत्तियाँ जलाकर और प्रार्थना करके इस महान कलाकार को याद किया।

डॉ. पल्लभ ने कहा, “यह मेरे और पूरे असम के लिए बेहद दुखद और काला दिन है। हम जुबीन दा के गानों को सुनते हुए बड़े हुए हैं। ज़िंदगी में पहली बार मैंने किसी गायक के लिए आंसू बहाए हैं। वह सचमुच एक दिग्गज थे।”

गुवाहाटी के रहने वाले कौस्तुभ सैकिया ने कहा कि इस खबर ने पुणे में बसे सभी असमियों को हिला कर रख दिया। “जुबीन असम की संगीत, संस्कृति और परंपरा की आत्मा से गहराई से जुड़े हुए थे।”

शिक्षिका जीना सैकिया ने कहा कि यह क्षति केवल असम तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में लोग शोक मना रहे हैं। “हालाँकि वह शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनका संगीत हमेशा हमें जीवित महसूस कराएगा।”

पुणे में रहने वाले बिहू नर्तक उपकुल बरूआह ने बताया कि गर्ग के गाने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अभिन्न हिस्सा थे। “जहाँ भी मैं बिहू का प्रदर्शन करता हूँ, उनके गीतों के बिना कार्यक्रम अधूरा लगता है।”

रक्षा सेवाओं से जुड़े राजकुमार पेगू ने कहा कि गायक ने असमिया संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया। “मैंने उनका आख़िरी वीडियो सिंगापुर से देखा था, जहाँ वह प्रस्तुति देने वाले थे। उन्होंने असम की सभी उपभाषाओं में गाया और लोगों के दिलों पर राज किया।”

52 वर्षीय जुबीन गर्ग ने लगभग तीन दशकों तक युवाओं और बुज़ुर्गों को अपनी गायकी और फिल्मों से मंत्रमुग्ध किया। गायक, संगीतकार, फिल्म निर्देशक और अभिनेता के रूप में उन्होंने 40 से अधिक भाषाओं और बोलियों में गाया।

बॉलीवुड फिल्म ‘गैंगस्टर’ का मशहूर गीत ‘या अली’ उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाला साबित हुआ।