सन्यासी से राजनीति के सुपरस्टार तक: योगी आदित्यनाथ की बायोपिक ‘अजेय’ का ट्रेलर रिलीज

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 07-09-2025
From a sanyasi to a political superstar: Trailer of Yogi Adityanath's biopic 'Ajay' released
From a sanyasi to a political superstar: Trailer of Yogi Adityanath's biopic 'Ajay' released

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 
 
 
 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित बहुप्रतीक्षित बायोपिक ‘अजेयः द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’ का ट्रेलर जारी हो गया है। करीब दो मिनट 20 सेकंड के इस ट्रेलर में योगी आदित्यनाथ की युवावस्था, सन्यासी बनने और फिर मुख्यमंत्री बनने तक की प्रेरक यात्रा को दिखाया गया है। ट्रेलर में उनके संघर्ष, समाज सेवा और राजनीति में नेतृत्व की झलक को प्रभावशाली अंदाज में पेश किया गया है, जिससे दर्शकों में फिल्म को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है.
 
फिल्म में अभिनेता आनंद वी. जोशी योगी आदित्यनाथ का किरदार निभा रहे हैं। ट्रेलर के साथ ही सोशल मीडिया पर उनके लुक और अभिनय की जमकर सराहना हो रही है। स्मार्ट सिनेमैटिक्स के बैनर तले बनी यह फिल्म 19 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इससे पहले फिल्म के पोस्टर और टैगलाइन—“केसरिया के पीछे छिपी है एक ज्वाला, अब देखो वो कहानी जिसने इतिहास बदल डाला”—ने ही दर्शकों में उत्साह पैदा कर दिया था.
 

फिल्म के ज़रिए योगी आदित्यनाथ के शुरुआती संघर्ष, समाजसेवा, कड़े फैसले और विकास की ओर बढ़ते कदमों को बड़े परदे पर उतारा गया है। मुख्यमंत्री के तौर पर कानून-व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश में सुधार की उनकी नीतियों ने उत्तर प्रदेश को देश के तेज़ी से विकसित होते राज्यों में शामिल किया है। उनकी सादगी और दृढ़ निश्चय ने उन्हें जनता का पसंदीदा नेता बनाया है, और यही कारण है कि उनकी बायोपिक को लेकर दर्शकों में खास दिलचस्पी दिखाई दे रही है।
 
‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’ के ट्रेलर पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं बेहद सकारात्मक रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी। समर्थकों का मानना है कि यह बायोपिक सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो राजनीति को सेवा और समाज में बदलाव के साधन के रूप में देखते हैं। योगी आदित्यनाथ का संघर्ष से सत्ता तक का सफर यह संदेश देता है कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी राजनीति है।