हरियाणा के नूंह के मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारियों को सात महीने से वेतन नहीं

Story by  यूनुस अल्वी | Published by  [email protected] | Date 22-11-2022
मुस्लिम आबादी वाले हरियाणा के नूंह के मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारियों को सात महीने से वेतन नहीं
मुस्लिम आबादी वाले हरियाणा के नूंह के मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारियों को सात महीने से वेतन नहीं

 

यूनुस अलवी /नूंह  (हरियाणा )

हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा गरीब तबके के बच्चों को बेहतर तालीम देने के उद्देश्य से वर्ष 2009 में शुरू किया गया मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज आज बोर्ड प्रशासक, अधिकारी की लापरवाही से बुरी स्थिति में है. 
 
हरियाणा वक्फ बोर्ड के स्वामित्व वाले इस मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत 35 प्रोफेसर व करीब 50 कर्मचारियों को पिछले 7 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे कर्मचारी कर्जा लेकर  परिवार चलाने को मजबूर हैं. 
 
कॉलेज के प्रोफेसर व कर्मचारी बेहद परेशान हैं. स्थापना के 13 साल में पहली बार प्रोफेसर और नॉन टीचिंग कर्मचारियों ने कॉलेज के दरवाजे पर पहुंच कर विरोध जताया. साथ ही चेतावनी दी है उन्हंे जल्द वेतन नहीं दिया गया तो वे धरण प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे. 
 
इंजीनियरिंग कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर कलाम कुरैशी ने कहा कि कॉलेज में 857 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है. उनकी कॉलेज से निकले करीब 40 जेई, एसडीओ और नासा में काम कर रहे है.
 
ये कॉलेज मेवात का नाम रोशन कर रहा है. कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारियों को पिछले 7 महीने से वेतन न मिलने से भारी परेशानी हो रही है.कॉलेज प्रोफेसर और नान टीचिंग स्टाफ का कहना है उन्हंे परिवार चलने में दुश्वारी आ रही है.
 
अगर हरियाणा वाक्फ बोर्ड कॉलेज को चलाने में सक्षम नहीं है तो सरकार इसे अपने अधीन ले ले. विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता एवं नंूह से कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कॉलेज के प्रोफेसर और कर्मचारियों को 7 महीने से वेतन ना मिलने के लिए वक्फ बोर्ड के प्रशासक को जिम्मेदार ठहराया है.
 
आरोप लगाया कि साजिश कर कॉलेज  बंद करने की कोशिश हो रही है.आफताब अहमद ने कहा कि वक्फ बोर्ड इंजीनियरिंग कॉलेज चलाने के लिए पूरी तरह सक्षम है. पहले भी ये मुद्दा उन्होंने विधानसभा में उठाया है. कॉलेज के कर्मचारियों के वेतन का समला लेकर वह खुद भी मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं.
 
क्या कहते हैं प्रोफेसर और कर्मचारी

प्रोफेसर और कर्मचारियों का कहना है कि उन्हंे अपना भविष्य अंधकारमय लगने लगा है. पिछले 7 महीने का वेतन लंबित है. इस सिलसिले में कॉलेज के कर्मचारियों ने बैठक की जिसमें लंबित वेतन और वेतन विसंगतियों की समस्या के समाधान के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री, मंत्री  से मिलने के साथ अन्य विकल्पों पर भी विचार किया गया.
 
हरियाणा वक्फ बोर्ड द्वारा मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के कर्मचारियों को छोड़कर बाकि सभी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार सैलरी दी जा रही है लेकिन कॉलेज के कर्मचारियों के साथ सौंतेला व्यवहार किया जा रहा है.
 
जनवरी 2016 से अभी तक सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया गया है. इसी के साथ किसी भी कर्मचारी को 3 प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है.
 
इस बैठक में प्रोफेसर डॉ कलीम कुरैशी, प्रोफेसर डॉ शमशाद अली, प्रोफेसर डॉ शाहीन खान, डॉ अफजल फातिमा, प्रोफेसर डॉ खालिद हुसैन, प्रोफेसर डॉ शाहिद हुसैन, प्रोफेसर डॉ विनीत जैन, डॉ सुधीर डावरा, डॉ नदीम, प्रो उमर खान, प्रो नाजिम, जितेंदर कुमार, भीष्म, शाहिद , नसीमा ,शमीम , शाकिर, हनीफ सहित कॉलेज का समस्त स्टॉफ शामिल हुए.