जामिया की पूर्व छात्रा 'ईशा' यूरोपीय स्पेस एजेंसी द्वारा सम्मानित

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 19-09-2022
जामिया की पूर्व छात्रा 'ईशा' यूरोपीय स्पेस एजेंसी द्वारा सम्मानित
जामिया की पूर्व छात्रा 'ईशा' यूरोपीय स्पेस एजेंसी द्वारा सम्मानित

 

नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया की पूर्व छात्रा ईशा को यूरोपीय स्पेस एजेंसी द्वारा युरोपियन इंटरपार्लिमेंटरी स्पेस कॉन्फ्रेंस में प्रतिष्ठित स्पेस सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है. ईशा जामिया में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्रा थी.यह 'स्पेशल मेन्शन ऑफ ज्यूरी' श्रेणी में पुरस्कार समारोह 16 सितंबर को फ्रांसीसी सीनेट, पेरिस, फ्रांस में आयोजित किया गया.

ईशा ने नेक्स्ट जनरेशन के उपग्रहों के लिए एक अभिनव सेलिंग डिवाइस की अवधारणा विकसित की है. इस सेलिंग डिवाइस में न्यूनतम सेल एरिया और मास के साथ लगातार ऑर्बिटल डीके रेट को बढ़ाने की क्षमता है. यह आइडिया पेटेंट के लिए भी दायर किया गया है. यह पुरस्कार युवा वैज्ञानिकों को उनके आइडिया की सराहना के लिए दिया जाता है, जो अंतरिक्ष के सतत उपयोग को बढ़ावा देता है. यह इन वैज्ञानिकों को ईआईएससी में अपने आइडिया रखने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है.

जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने इस महान उपलब्धि के लिए ईशा को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि यह विश्वविद्यालय की अन्य छात्राओं को बड़े सपने देखने और कड़ी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा.

ईशा वर्तमान में कंपोनेंट डेवलपमेंट विभाग, लाइबनिज-इंस्टीट्यूट ऑफ कम्पोजिट मैटेरियल जीएमबीएच, जर्मनी में रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम कर रही हैं. जामिया से बीटेक पूरा करने के बाद उन्होंने डेढ़ साल तक कंसल्टेंसी सर्विस में काम किया और फिर नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और म्यूनिख के टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर्स करने के लिए सिंगापुर के लिए उड़ान भरी. उनके पिता डॉ. अनिल कुमार जामिया के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं.

इससे पहले कोटला फिरोजशाह बावली की बेहतरीन तस्वीरों के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया के एक छात्र को भारत सरकार की ओर से सराहा गया है. केंद्र सरकार की एक योजना के तहत राष्ट्रीय संस्थानों के छात्रों द्वारा भेजी गई 5000 से अधिक तस्वीरों में से 25 तस्वीरों को सर्वश्रेष्ठ चुना गया है. इनमें जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र इंसाराम अहमद खान द्वारा ली गई तस्वीर का भी चयन किया गया है. इंसाराम अहमद फैकल्टी ऑफ आर्कीटेक्चर एंड एकिस्टिक्स के 'बी आर्क' चौथे वर्ष के छात्र हैं.

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गठित एक समिति ने इन तस्वीरों का चयन किया है. दिल्ली के विज्ञान भवन में मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह मेंशुक्रवार को इंसाराम अहमद का अभिनंदन किया गया, जहां उन्होंने आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी से अमृत सरोवर मिशन- जल धरोहर संरक्षण इंटर्नशिप कार्यक्रम के तत्वावधान में एक प्रमाण पत्र प्राप्त किया. इस फोटोग्राफी प्रतियोगिता में 25 तस्वीरों का चयन किया गया था, जो जलाशयों को सबसे अच्छी तरह से कैप्चर करती हैं.