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-डॉक्टर अब्दुल रहमान खान बने हरियाणा में पहले मुस्लिम जिला शिक्षा अधिकारी
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-रहमान ने नगीना के प्रिंसिपल का चार्ज संभाला
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-उन्हें 2009 में राज्य शिक्षक पुरस्कार मिल चुका है
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-डॉक्टर अब्दुल रहमान का फूल मालाओं से किया गया स्वागत
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-अब से पहले जिला परियोजना समन्वयक के पद पर थे कार्यरत
यूनुस अलवी / मेवात ( हरियाणा )
उप जिला शिक्षा अधिकारी से पदोन्नत होकर डॉक्टर अब्दुल रहमान ब्लॉक इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन (बाइट) संस्थान नगीना के प्रिंसिपल बने हैं. इस पद तक पहुंचने वाले रहमान हरियाणा के पहले मुस्लिम अधिकारी हैं. उनकी पदोन्नति से इलाके में खुशी की लहर है.
डाॅक्टर रहमान मूलरूप से मेवात के नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव झारपुड़ी के रहने वाले हैं. अब से पहले रहमान जिला नूंह के उप जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक के पद पर कार्यरत थे.
उन्होंने बुधवार को बाइट नगीना के प्रिंसिपल की जिम्मेदारी संभाली.
इस दौरान उन्होंने कहा, जो जिम्मेदारी शिक्षा विभाग द्वारा सौंपी गई है,उसे मेहनत व लगन से निभाएंगे. मेवात इलाके के लिए शिक्षा में सुधार की बहुत जरूरत है. इसके लिए दिन रात मेहनत करते रहेंगे.’’
डॉ खान ने बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यदि बेटियां पढ़ेंगी तो हमारा समाज सुधरेगा. संपूर्ण भारतीय समाज में बेटियों की शिक्षा अति अनिवार्य एवं परिवार के लिए अहम है.
खंड नगीना के खंड शिक्षा अधिकारी हयात खान ने कहा कि डॉक्टर अब्दुल रहमान खान का मेवात से काफी लगाव रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में मेवात नई बुलंदियों को छुए ऐसा डॉक्टर रहमान खान का मानना है. निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे आयाम स्थापित कर रहे हैं.
बुधवार को ब्लॉक इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन (बाइट) नगीना के नवनियुक्त प्राचार्य डॉक्टर अब्दुल रहमान खान ने पदभार संभाल लिया. इस दौरान फिरोजपुर झिरका, पुनहाना, पिनगवां, तावडू, नूंह और हथीन आदि ब्लॉकों के प्रधानाचार्य व खंड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे.
नगीना बाइट पहुंचने पर गर्मजोशी के साथ फूल मालाओं से डॉक्टर अब्दुल रहमान खान का स्वागत किया गया. बड़ी तादाद में मौजूद मुख्य अध्यापको, प्राचार्य और शिक्षकों को मिलजुल कर काम करने की शपथ दिलाई गई.
उपलब्धियों से भरा है कार्यकाल
नगीना के खंड शिक्षा अधिकारी हयात खान ने बताया कि सेकेंडरी एजुकेशन में प्रमोशन लेकर डॉक्टर अब्दुल रहमान मेव समाज के पहले प्रथम श्रेणी अधिकारी बने हैं. उन्हें मेवात जिले में सबसे पहले 2009 में राज्य शिक्षक पुरस्कार मिला था. वह इससे पहले रेवाड़ी के नाहड के खंड शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद के उप जिला शिक्षा अधिकारी, मेवात के डीपीसी, नगीना के खंड शिक्षा अधिकारी, पुन्हाना में 2004 के दौरान एजुकेशन एसडीओ, पिनगवां वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य रह चुके हैं’.वह गेेटी फिरोजपुर नमक के प्राचार्य भी रहे.
कांग्रेसियों ने किया परेशान
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता बसरुद्दीन खान ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि मेव समाज से कोई सेकेंडरी शिक्षा विभाग में प्रमोशन लेकर क्लास वन अफसर बना है. खास बातचीत में ब्लॉक इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन नगीना के प्राचार्य डॉ. अब्दुल रहमान खान ने कहा कि मेव समाज ही नहीं अन्य समाजों के लोग भी अब मेवात में प्रथम श्रेणी के अधिकारी बनने लगे हैं.
मैंने 19 सितंबर 1988 को शिक्षा विभाग में लेक्चरर के पद पर गुरुग्राम के शेरपुर में पहली जॉइनिंग की थी. फिरोजपुर नमक जेबीटी का प्राचार्य रहते हुए 50 जेबीटी सीटों को 100 कराया था और 6 करोड़ 20 लाख रुपए मंजूर कराए थे. उन्होंने कांग्रेस के कुछ नेताओं को यह बात अच्छी नहीं लगी और मेरा तबादला करा दिया.
बाद में मैंने पता किया कि सीटें 50 ही रहीं और रुपए भी वापस भेेज दिए गए. यहां के कांग्रेस नेता नहीं चाहते कि मेवात के लोग शिक्षा की मुख्यधारा में जुड़. वे सोचते हैं कि यहां के लोग पढ़ लिखकर हमसे सवाल पूछेंगे. मैंने ही नगीना खंड को प्रदेश में सबसे पहले खुले में शौच से मुक्त कराया था.
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर बीईओ हयात खान, बसरुद्दीन खान, सफी मोहम्मद, प्राचार्य डॉ. मोहम्मद हाशिम, अजय चुटानी, शिक्षक नाजिम आजाद, एपीसी डॉ. शीतल, डॉक्टर अभिषेक, प्राचार्य गिर्राज सिंह, हरी राम, तेजराम, अरशद खान, स्वागत कार्यक्रम में एपीसी डॉ अभिषेक सिंह, एपीसी डॉ शीतल, एपीसी सुंदर, शिवचरण शर्मा, प्राचार्य गिरिराज, डॉ माजिद एवं बाइट नगीना के सभी सदस्य व अन्य प्राचार्य और शिक्षक बैठक मौजूद रहे.