ताजमहल में उर्स: पर्यटक देख सकेंगे शाहजहां-मुमताज की असली कब्रें

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 11-03-2021
ताजमहल में शाहजहां-मुमताज की असली कब्रों पर तिलावत-ए-कुरआन हुई
ताजमहल में शाहजहां-मुमताज की असली कब्रों पर तिलावत-ए-कुरआन हुई

 

- उर्स के तीन दिन तक ताजमहल में निशुल्क प्रवेश

फैजान खान / आगरा

मुगल बादशाह शाहजहां के 366वें उर्स का आगाज बुधवार को तिलावत-ए-कुरआन के साथ शुरू हो गया। तीन दिवसीय उर्स के पहले दिन दोपहर दो बजे के बाद मुमताज-शाहजहां की असली कब्रों को पर्यटकों के दीदार के लिए खोल दिया है. ये कब्रें दो साल बाद खोली गई हैं।

शाहंशाह-ए-हिंदुस्तान मुगल बादशाह शाहजहां का तीन दिवसीय उर्स का आगाज हो चुका है। पहले दिन यानी बुधवार को शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को खोल दिया गया। जैसे ही असली कब्रों को खोला गया, वैसे ही देखने वाले सैलानियों की भीड़ लग गई।

अब शुक्रवार तक पर्यटक फ्री में ताजमहल का दीदार कर सकेंगे। पिछले साल कोरोना की वजह से उर्स नहीं मनाया गया।

बुधवार को खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर के साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों ने शाहजहां की असली कब्रों के दरवाजे खोले। उर्स के आगाज से पहले वक्त जुहर पर अजान दी गई। तहखाने में गुस्ल की रस्म अदा की गई। चंदन का लेप लगाया गया। फूलों की चादर पेश की गई। कमेटी के सदस्यों ने फातिहा पढ़ी। लोगों ने दुनिया से कोरोना के खात्मे के लिए दुआ। ताजमहल के मुख्य मकबरे में सूफियाना कव्वाली हुईं। वहीं रायल गेट पर शहनाई बजाई गई। ये शहनाई तीन दिनों तक ताजमहल में सुनाई देगी।

आज हुई संदल की रस्म

गुरुवार की दोपहर दो बजे कमेटी के सदस्यों ने संदल की रस्म अदा की। संदल के घड़े अलसी कब्र पर ले गए और कब्रों पर संदल का लेप किया गया।

कल पेश होगी 1331 मीटर लंबी चादर

खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया कि शुक्रवार को उर्स का आखिरी दिन है। सुबह से शाम तक चादर पेश करने का सिलसिला शुरू होगा। वहीं 1331 मीटर लंबी सतरंगी हिंदुस्तानी चादर पेश की जाएगी। इसके लिए हजारों लोग शामिल होते हैं।