अनामिका को हिंदी में और मैथिली में कमलकांत झा को साहित्य अकादमी पुरस्कार

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 12-03-2021
अनामिका को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार
अनामिका को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार

 

इस साल के साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. हिंदी साहित्य के लिए बिहार की मशहूर साहित्यकार अनामिका के नाम का ऐलान किया गया है उन्हें कविता संग्रह 'टोकरी में दिगन्त : थेरीगाथा' के लिए यह पुरस्कार दिया डाएगा. अनामिका मूलतः बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं. वे बिहार की पहली महिला हैं जिन्हें हिंदी लेखन के लिए यह पुरस्कार मिलेगा. इसके साथ ही, बिहार के ही कमलकांत झा को मैथिली भाषा के लिए 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है. उन्हें उनकी रचना 'गाछ रूसल अछि' के लिए यह सम्मान मिला है।

साहित्य अकादमी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, अकादमी ने 20 भाषाओं के लिए अपने सालाना साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की है. अकादमी ने पुरस्कार देने के लिए सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, पांच कहानी-संग्रह, दो नाटक, एक-एक संस्मरण और महाकाव्य का चयन किया है.

इसके अलावा साहित्य अकादमी पुरस्कारों में विभिन्न भाषाओं में दिए पुरस्कारों की सूची इस तरह हैः

असमिया में कहानी संग्रह 'बैंगसता; के लिए अपूर्व कुमार सैकिया, बांग्ला में 'एका एका एकाशी' नामक संस्मरण के लिए शंकर, बोडो में 'गोथेनाय लामायाब गोदान आगान' कहानी संग्रह के लिए दिवंगत धरणीधर औवारी, डोगरी में 'बाबा जितमल' नामक नाटक के लिए ज्ञान सिंह, अंग्रेजी में 'व्हेन गॉड इज ए ट्रवैलर' नामक कविता संग्रह के लिए अरुंधति सुब्रह्मण्यम, गुजराती में कविता 'बनारस डायरी' के लिए हरीश मीनाश्रु, कन्नड़ में महाकाव्य 'श्री बाहुबली अहिमसादिग्विजयम' के लिए वीरप्पा मोइली, कश्मीरी में 'तिलिस्म-ए-खानाबदोश' कहानी के लिए दिवंगत हृदय कौल भारती, कोंकणी में 'युगपरिवर्तनांचो यात्री' नामक कविता के लिए आरएस भास्कर, मणिपुरी में कविता 'मालंगबना करि है' के लिए इरूंगबम देवेन, मराठी में उपन्यास 'उद्या' के लिए नंदा खरे, पंजाबी में कहानी 'आम-खास' के लिए गुरदेव सिंह रूपाणा, संस्कृत में उपन्यास 'वैशाली' के लिए महेशचंद्र शर्मा गौतम, संताली में कविता 'गुर दाक काशा दाक' के लिए रूपचंद हांसदा, सिंधी में नाटक 'जेहाद' के लिए जेठो लालवानी, तमिल में उपन्यास 'सेल्लाथा पानम' के लिए इमाइयम, तेलुगू में उपन्यास 'अग्निस्वास' के लिए निखिलेश्वर और उर्दू में उपन्यास 'अमावस के ख्वाब' के लिए हुसैन उल हक को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.