जेद्दा
जयपुर स्थित सैवियो ज्वैलरी के सह-संस्थापक और निदेशक अभिषेक सैंड ने गिनीज रिकॉर्ड बनाने वाली मोर के आकार की हीरे की अंगूठी को ब्रांड परिसंपत्ति में बदलने का फैसला किया है।
कंपनी ने इस अंगूठी को बेचने से इनकार कर दिया है, जिसकी कीमत करीब 27 लाख अमेरिकी डॉलर है।
सैवियो ज्वैलरी ने भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर के आकार वाले इस आकर्षक आभूषण के लिए ''एक अंगूठी में सबसे अधिक हीरे जड़ने'' का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
सात भागों में तैयार की गई इस अंगूठी के लिए कंपनी को राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सम्मानित किया था। इसके आगे और पीछे दोनों तरफ हीरे जड़े हुए हैं।
सैंड ने हाल में सऊदी अरब ज्वैलरी प्रदर्शनी में पीटीआई-भाषा को बताया, ''हमने इस आभूषण को कभी नहीं बेचने का फैसला किया है। यह हमारी ब्रांड पहचान बन गई है।''
कंपनी ने 2015 से 2018 तक यह रिकॉर्ड अपने नाम रखा। गिनीज के अधिकारियों ने इस अंगूठी का मूल्य 27 लाख अमेरिकी डॉलर आंका।
अंगूठी को अपने पास रखने की जगह सैवियो ज्वैलरी इसे अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों और व्यापार मेलों में मुख्य आकर्षण के रूप में इस्तेमाल करती है।
यह विपणन रणनीति कारगर साबित हुई है, क्योंकि अंगूठी हर प्रदर्शनी में लोगों को आकर्षित करती है और चर्चा का विषय बनती है।