इंडिगो संकट पर CEO का बयान: हम सामान्य स्थिति में लौट रहे हैं, चिदंबरम बोले—एकाधिकार पर नियंत्रण जरूरी

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-12-2025
Indigo CEO's statement on the crisis: We are returning to normal, Chidambaram said – control of monopolies is necessary.
Indigo CEO's statement on the crisis: We are returning to normal, Chidambaram said – control of monopolies is necessary.

 

नई दिल्ली

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले कुछ दिनों से परिचालन संकट से जूझ रही है। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने और भारी विलंब के बीच, रविवार को एयरलाइन के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा कि स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।

“आज 1,650 उड़ानें संचालित होंगी”—इंडिगो CEO

एक आंतरिक वीडियो संदेश में एल्बर्स ने बताया,“हमने सिस्टम में सुधार किए हैं और आज करीब 1,650 उड़ानें संचालित कर पा रहे हैं। OTP (समय पर उड़ान) लगभग 75% रहने की उम्मीद है।”

बीते दिनों इंडिगो को

  • शुक्रवार को मात्र 700+ उड़ानें,

  • शनिवार को लगभग 1,500 उड़ानें संचालित करनी पड़ी थीं।

उन्होंने कहा कि अब उड़ानें पूर्व चरण में ही रद्द कर दी जा रही हैं ताकि यात्री हवाई अड्डे तक न आएँ और परेशानी न झेलें।इंडिगो के मुताबिक, 7 दिसंबर को उसके 138 में से 137 गंतव्यों पर परिचालन बहाल कर दिया गया है।

चिदंबरम का हमला—“एविएशन मंत्रालय आखिरकार जागा”

इंडिगो संकट के बीच सरकार द्वारा इकोनॉमी क्लास किराये पर सीमा तय किए जाने पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि यह फैसला देर से सही, लेकिन जरूरी है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा,“खुशी है कि नागर विमानन मंत्रालय अब जाग गया है और किराया सीमा तय कर दी है। जब तक इंडिगो का एकाधिकार जैसा ढांचा जारी है, तब तक मूल्य नियंत्रण ज़रूरी है।”

चिदंबरम ने कहा कि प्रतिस्पर्धा की कमी के दौर में यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए कीमत नियंत्रण ही एकमात्र उपाय है।उन्होंने इंडिगो की अव्यवस्था को

  • एयरलाइन प्रबंधन,

  • नागर विमानन मंत्रालय,

  • डीजीसीए
    की “भारी विफलता” बताया।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पायलट ड्यूटी समय से जुड़े नए नियम जनवरी 2024 में अधिसूचित हो चुके थे, फिर भी सरकार 23 महीनों में एयरलाइन को इन नियमों के अनुसार ढालने में विफल रही।