कश्मीरी अखरोट मक्खन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने को ली जा रही है अमेजन, फ्लिपकार्ट की मदद

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 25-08-2022
 कश्मीरी अखरोट मक्खन  अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने को ली जा रही है अमेजन, फ्लिपकार्ट की मदद
कश्मीरी अखरोट मक्खन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने को ली जा रही है अमेजन, फ्लिपकार्ट की मदद

 

आवाज द वॉयस /श्रीनगर 

मुजफ्फर अहमद डार (55) पिछले 25 साल से अखरोट के कारोबार से जुड़े हैं.शुरुआती साल लाभदायक रहा था. मगर मुक्त व्यापार नीति लागू होते ही कैलिफोर्निया और चिली के अखरोट ने देश में ऐसी रेलम-पेल मचाई कि डार जैसे अनेक अखरोट उत्पादक और व्यापारी सदमे के साथ लंबे घाटे में आ गए.
 
निराश होकर उन्हांेने व्यापार बंद करने का फैसला किया.हालांकि, नई दिल्ली में एक डीलर ने उन्हें खेल में बने रहने के लिए मक्खन बनाने के लिए अखरोट को संसाधित करने का सुझाव दिया. तब से वह फिर कारोबार में लौटने लगे हैं.
 
डार कहते हैं,“मैंने एक कारखाना स्थापित किया और अखरोट के मक्खन का निर्माण शुरू किया. मैं इसे अमेजन, फ्लिपकाट से समझौता कर विभिन्न राज्यों में भेजता हूं जहां इसका स्वाद खूब पसंद किया जा रहा है. इसके साथ ही विभिन्न देशों में निर्यात भी किया जा रहा है. ”
 
वह बताते हैं, अपने अखरोट के मक्खन की इतनी मांग है कि डार ने अपने उत्पादों को देश भर में बेचने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ सहयोग किया है.अखरोट का मक्खन और तेल बनाने के लिए कश्मीर में बहुत सारे अखरोट प्रसंस्करण कारखाने स्थापित किए जा रहे हैं.
 
डीलरों का कहना है कि कश्मीर के अखरोट के जैविक होने के कारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका बहुत बड़ा दायरा है.डार ने कहा,इसमें कोई शक नहीं, कैलिफोर्निया अखरोट की भारी आमद है, लेकिन हमारे अखरोट जैविक हैं. इसलिए हमें लीक से हटकर सोचना होगा. हमारे अखरोट कैलिफोर्निया और चिली अखरोट को हरा सकते हैं.
 
केवल एक चीज यह है कि हमें अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए अपनी उपज को संसाधित करना होगा. ”घाटी और पीर पांचाल क्षेत्र के डीलरों ने अखरोट का मक्खन बेचने के लिए अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ करार किया है.
 
अखरोट के मक्खन पर एक उपभोक्ता की समीक्षा पढ़ी है. उसने लिखा है, अच्छा उत्पाद और अच्छी गुणवत्ता. मैंने आधी बोतल पी ली है और यह अब तक अच्छा है, ”कश्मीर अखरोट का तेल समान रूप से ई-कॉमर्स साइटों पर एक हॉट केक की तरह बिक रहा है.
 
कुपवाड़ा के एक डीलर गुलजार अहमद भट ने कहा, “हम कश्मीर के बाहर हर महीने लगभग 100 लीटर अखरोट का तेल निर्यात करते हैं. डीलर बाद में इसे अपने ब्रांड नाम से पैकेज करते हैं. अखरोट के तेल का बाजार अच्छा है. यह 500 रुपये प्रति 600 मिलीलीटर पर बिकता है. 
 
प्रासंगिक रूप से, पिछले पांच वर्षों से, कैलिफोर्निया और चिली अखरोट ने भारतीय बाजारों में बाढ़ ला दी है. इससे कश्मीर के उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है. पिछले चार वर्षों में कीमतों में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है.
 
अध्यक्ष ड्राई फ्रूट एसोसिएशन कश्मीर हाजी बहादुर खान ने उम्मीद जताई कि अखरोट उद्योग फिर से अपने पैरों पर खड़ा होगा.हमें उम्मीद है कि सरकार कैलिफोर्निया, चिली और हॉलैंड से अखरोट के आयात पर प्रतिबंध लगा देगी और स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देगी.