आतंकियों के दोस्त चीन ने शाहिद महमूद को ‘वैश्विक आतंकवादी’ बनने से रोका

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 19-10-2022
आतंकियों के दोस्त चीन ने शाहिद महमूद को ‘वैश्विक आतंकवादी’ बनने से रोका
आतंकियों के दोस्त चीन ने शाहिद महमूद को ‘वैश्विक आतंकवादी’ बनने से रोका

 

संयुक्त राष्ट्र. चीन ने एक बार फिर भारत और अमेरिका का रास्ता रोक दिया है. संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत ने पाकिस्तानी आतंकवादी शाहिद महमूद का नाम वैश्विक आतंकवादियों की सूची में डालने की अपील की, जिस पर चीन ने प्रतिबंध लगा दिया है. यह चौथी बार है, जब चीन वैश्विक स्तर पर आतंकियों के बचाव में सामने आया है.

पिछले महीने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र को संबोधित किया था. इस बीच उन्होंने चीन और पाकिस्तान दोनों को संयुक्त राष्ट्र में आतंकियों को ब्लैक लिस्ट करने को लेकर निर्देश दिए थे. इससे पहले सितंबर में चीन ने एक आतंकवादी को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध होने से रोक दिया था. यह तीसरी बार था, जब चीन ने ऐसा कदम उठाया.

संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की मांग की जा रही थी. आतंकवाद पर दोहरी नीति अपनाने वाले चीन ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया. इस साल अगस्त में भी चीन ने भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को रोककर अपनी दोहरी भूमिका दिखाई थी.

अंतरराष्ट्रीय राजनय में पाकिस्तान आतंकवादियों की फैक्ट्री कहा जाता है और अब चीन को ‘आतंकियों का सरपरस्त’ कहा जाने लगा है. जब संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा गया था, तब भी प्रस्ताव को  चीन के विरोध के कारण मंजूर नहीं किया जा सका.

जुलाई 2022 में, चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मिकी को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. चीन ने जैश नेता आतंकी मौलाना मसूद अजहर का भी बचाव किया है.