तालिबान आतंकियों से निपटने में हो रही मुश्किलः रूसी दूत

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 01-12-2021
तालिबान
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काबुल. काबुल में रूसी राजदूत दिमित्री झिरनोव ने बुधवार को कहा कि वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण तालिबान अफगानिस्तान में आतंकवाद से प्रभावी ढंग से लड़ने में कठिनाइयों का सामना कर रहा है.

स्पुतनिक ने जिरनोव के हवाले से कहा, ‘सितंबर के बाद से, तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा करने और फिर आतंकवादियों को भूमिगत करने के डेढ़ महीने बाद, स्थिति, दुर्भाग्य से, बदतर के लिए बदलने लगी. नए अफगान अधिकारियों के पास अब पैसा नहीं है, देश के वित्तीय खातों को अमेरिकियों ने फ्रीज कर दिया है और पश्चिमी प्रतिबंधों ने अफगान बैंकिंग प्रणाली को पंगु बना दिया है. ऐसी स्थितियों में, आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी लड़ाई के बारे में बात करना मुश्किल है.’

नागरिकों को निकालने और मानवीय सहायता देने के लिए तीन रूसी सैन्य परिवहन विमान अफगानिस्तान पहुंच गए हैं.

स्पुतनिक ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने ‘रूसी संघ के 380से अधिक नागरिकों, सीएसटीओ सदस्य राज्यों (किर्गिस्तान) और रूसी विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे अफगान छात्रों’ के अफगानिस्तान से हवाई मार्ग से तीसरी निकासी का आयोजन किया.

मंत्रालय ने कहा, ‘रूसी रक्षा मंत्री, सेना के जनरल सर्गेई शोइगु ने निकासी का संचालन करने के लिए 3सैन्य परिवहन विमानों का एक हवाई समूह बनाया, जो जल्दी से काबुल के लिए चाकलोव्स्की हवाई क्षेत्र से निकल गया. पहला विमान ... मानवीय सहायता के साथ काबुल हवाई अड्डे पर उतरा.’

प्रत्येक रूसी सैन्य परिवहन विमान भी अफगानिस्तान की आबादी के लिए रूस से मानवीय माल ले जाता है.

तालिबान ने 15अगस्त को काबुल में प्रवेश किया, जिससे अमेरिका समर्थित सरकार को पद छोड़ना पड़ा. बाद में सितंबर में, संगठन ने अफगानिस्तान की नई अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा की.

तालिबान के अधिग्रहण के बाद देश वर्तमान में गहराते आर्थिक, मानवीय और सुरक्षा संकट से जूझ रहा है. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, सरकारों से लेकर गैर-सरकारी संगठनों तक, अफगान लोगों को विभिन्न सहायता प्रदान करता रहा है.

जैसा कि तालिबान शासित देश पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है, अमेरिका ने भी अफगान केंद्रीय बैंक से संबंधित लगभग 9.5बिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है और राष्ट्र को नकदी की शिपमेंट रोक दी है.

जवाब में, तालिबान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संपत्ति को अनफ्रीज करवाने का आग्रह कर रहा है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मानवीय संकट को रोकने के लिए पश्चिमी बैंकों में अफगानों की संपत्ति को अनब्लॉक और अनफ्रीज करने का आह्वान किया है.

स्पुतनिक ने वीटीबी इन्वेस्टमेंट फोरम ‘रूस कॉलिंग!’ में पुतिन के हवाले से कहा, ‘अफगान लोगों की मदद करना जरूरी है, कम से कम पैसा तो अनब्लॉक होना चाहिए, जो अफगान पैसा पश्चिमी बैंकों के खातों में है, मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में है, को अनब्लॉक किया जाना चाहिए और लोगों को कम से कम प्राथमिक चीजों को हल करने की अनुमति दी जानी चाहिए.’