नाकामियों से बौखलाए इमरान खान की चेतावनी-सरकार छोड़ी तो और खतरनाक हो जाऊंगा

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 24-01-2022
इमरान खान
इमरान खान

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / इस्लामाबाद
 
पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी नाकामियों से बुरी तरह बौखलाए हुए हैं. अब उन्होंने खुली धमकी देनी शुरू कर दी है. उन्होंनेे चेतावनी दी है कि अगर वह सरकार छोड़ते हैं तो यह और भी खतरनाक होगा. विपक्ष उनसे पूछ रहा है कि यह धमकी किस के लिए विपक्ष के लिए, अवाम के लिए या उन्हें कुर्सी पर बैठाने वाली सेना के लिए ? 
 
इमरान खान के इस बयान पर पाकिस्तान की सियासत गर्म हो उठी है और कयास का एक नया दौर चल पड़ा है. देश में चर्चा हो रही है कि जल्द ही आपातकाल लग सकता है. इमारान खान की बातों से भी लगता है कि उनकी कुर्सी जाने वाली है.
 
बहरहाल, प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को ‘आपका प्रधानमंत्री, आपके साथ‘ कार्यक्रम में लोगों के लाइव फोन कॉल सुन रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मैं हर महीने आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करता हूं.
 
सैद्धांतिक रूप से, मुझे इस सवाल को संसद में उठाना चाहिए, लेकिन यह अफसोस की बात है कि वे (विपक्ष) मुझे संसद में बोलने की अनुमति नहीं देते हैं, वे शोर करते हैं. वहां एक एनआरओ ग्रुप बैठा है. वहां बात नहीं कर सकता.‘‘
 
इमरान खान ने कहा, ‘‘एक ही चीज जो मुझे रात में जगाए रखती है वह है महंगाई.‘‘हाल में मैंने अखबारों के लिए मदीना राज्य के लिए एक लेख लिखा था. विरोधियों का कहना है कि वह धर्म के पीछे छिपे हैं.
 
‘‘हमारी पार्टी का घोषणापत्र कहता है कि हम एक इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाना चाहते हैं.‘‘प्रधान मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पास बड़ी संख्या में पत्रकार हैं,जो दुनिया को पाकिस्तान की स्थिति के बारे में बताते हैं लेकिन दुर्भाग्य से ऐसे पत्रकार भी हैं जो हमेशा निराश होते हैं. मैं चाहता हूं कि हमारा मीडिया संतुलित रिपोर्टिंग करे. लोगों को बताए कि महंगाई सिर्फ पाकिस्तान में नहीं है. दूसरे देशों में भी महंगाई बढ़ रही है.कोरोना ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है.
 
उन्होंने कहा,‘‘यह सिर्फ पाकिस्तान की समस्या नहीं है. हम इस दुनिया का हिस्सा हैं. हम जो आयात करते हैं उसकी कीमत बढ़ जाती है. मैं देख रहा था कि क्या तेल की कीमत और बढ़ सकती है.‘‘
 
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट करता हूं कि देश में लौटने वाले चोर चोर नहीं हैं. मुझे लगता है कि एनआरओ देना देश के साथ विश्वासघात होगा.‘‘ मुशर्रफ ने दो बड़े परिवारों की चोरी माफ कर घोर अन्याय किया.
 
इमरान खान ने कहा कि कॉरपोरेट सेक्टर ने 930 अरब का मुनाफा कमाया. उन्हें अपने कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि करनी चाहिए.पंजाब में हेल्थ कार्ड को लेकर एक सवाल के जवाब में इमरान खान ने कहा, ‘यहां बैठे लोग हैं जो टेस्ट कराने के लिए लंदन जाते हैं. उनके परिजन भी बाहर इलाज की तलाश में हैं. क्या वे लोगों के लिए स्वास्थ्य कार्ड के महत्व को जानते हैं ?
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक स्वास्थ्य कार्ड नहीं है. यह पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़ा जन कल्याण कार्यक्रम है.‘‘
 
इमरान खान ने कहा कि आलोचना अच्छी बात है लेकिन फेक न्यूज और प्रोपेगेंडा के जरिए हताशा फैलाई जा रही है. वे माफिया हैं. वे चाहते हैं कि सरकार गिर जाए और उन्हें जवाबदेह नहीं ठहराया जाना चाहिए.उन्होंने कहा,‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया में ऐसे लोग हैं जो उनसे मिले हुए हैं और निराशा फैला रहे हैं.‘‘
 
प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा, ‘‘अब जब वे रन आउट हो गए हैं. समाज उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रहा है जैसे वे बड़े राजनेता हों. यह सब कानून का शासन नहीं होने के बारे में है.‘‘
 
मैं शाहबाज शरीफ को नेता प्रतिपक्ष नहीं, बल्कि देश का अपराधी मानता हूं. वह संसद में डेढ़ घंटे तक बोलते हैं. यह इस सवाल का जवाब नहीं दे सके कि उसके नौकरों के नाम पर 16 करोड़ रुपये कैसे आए.
 
उन्होंने कहा, ‘‘मैं न्यायपालिका से देश पर दया करने और दैनिक सुनवाई के माध्यम से उनके मुद्दे को हल करने के लिए कहता हूं.‘‘मैं पीटीएम, टीएलपी और बलूच से बात करने को तैयार हूं, लेकिन अपराधियों से बात नहीं करूंगा.
 
उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास में पहली बार आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार किया जा रहा है.‘‘नूर मुकद्दम हत्याकांड के बारे में पूछे जाने पर इमरान खान ने कहा, ‘‘मैं ऐसे मामलों में निजी दिलचस्पी लेता हूं. मैं खुद आईजी को बुलाता हूं.‘‘ इस हफ्ते पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार किया जा रहा है.
 
उन्होने कहा, ‘‘हमने देश में स्वीकार किया है कि शक्तिशाली के लिए एक अलग व्यवस्था है. जिस दिन कानून का राज कायम होगा, देश की व्यवस्था ठीक हो जाएगी. 
 
उन्होने कहा,‘‘मैं एनएबी के भीतर सफेदपोश अपराध विशेषज्ञता लाने की पूरी कोशिश कर रहा हूं.‘‘ इमरान खान ने खैबर पख्तूनख्वा में स्थानीय निकाय चुनावों में पीटीआई की हार का जिक्र करते हुए  कहा, ‘‘स्थानीय निकाय चुनावों में गलत तरीके से टिकट दिए गए. हमारे अपने लोग हमारे उम्मीदवारों के खिलाफ खड़े हुए.
 
हमारा वोट बैंक बरकरार है.‘‘ आगामी टिकट मेरिट के आधार पर बांटे जाएंगे.उन्होंने कहा, ‘अब अगर कोई किसी रिश्तेदार के लिए टिकट मांगेगा तो कमेटी फैसला करेगी.
 
उन्होने कहा, ‘‘हम अर्थव्यवस्था का दस्तावेजीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने पाया कि बहुत से लोग छूट देकर कर चोरी करते हैं. अगर 220 मिलियन लोगों में से केवल 2 मिलियन लोग ही टैक्स देते हैं, तो देश कैसे चलेगा ?
 
प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष के लंबे मार्च के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘लोगों को या तो जुल्फिकार अली भुट्टो ने बाहर कर दिया और फिर मुझे बाहर कर दिया गया.‘‘ मैंने मीनार पाकिस्तान को चार बार लोगों से भरा. इसकी चोरी को बचाने के लिए विपक्ष सामने आ रहा है.‘‘मैं आपको चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर मैं सरकार छोड़ देता हूं, तो आपके लिए छिपने के लिए कोई जगह नहीं होगी. मैं उनके लिए और अधिक खतरनाक हो जाऊंगा.‘‘
 
याद रहे कि इस साल पहली बार प्रधानमंत्री सीधे फोन पर लोगों के सवालों का जवाब दे रहे हैं.
 
 

‘‘क्या इमरान खान ने यह धमकी किसी राजनीतिक नेता को दी है ?‘‘


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को टेलीफोन पर नागरिकों के सवालों का जवाब देते हुए देश की आर्थिक स्थिति, बढ़ती महंगाई, जवाबदेही और अन्य मुद्दों पर खुलकर बात की.

लेकिन एक बात और थी जिसने लोगों को हैरान कर दिया.उन्होंने एक अवसर पर कहा, ‘‘हमारी पार्टी इस कार्यकाल को पूरा करेगी और अगले  अल्लाह की इच्छा है.‘‘
 
 उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मैं आपको यह भी चेतावनी देना चाहूंगा कि अगर मैं सरकार छोड़ता हूं, तो मैं आपके लिए और अधिक करूंगा. ‘‘मैं खतरनाक हूं.‘
सोशल मीडिया पर यूजर्स प्रधानमंत्री इमरान खान के इन वाक्यों को अपने रंग में रंगते नजर आ रहे हैं.
 
पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक ट्वीट में कहा कि ‘‘आपकी धमकी कि अगर सत्ता से हटा दिया गया तो मैं और अधिक खतरनाक हो जाऊंगा, धमकी के अलावा और कुछ नहीं हैं.‘‘
 
मरियम नवाज ने आगे कहा, ‘‘जिस दिन आप सत्ता से बाहर होंगे, लोग थैंक्सगिविंग की नफिल की नमाज पढ़ेंगे.‘‘ उन्होंने आगे कहा,‘‘आप एक साजिशकर्ता है.‘‘
 
पीएम की चेतावनी पर टिप्पणी करते हुए, पाकिस्तानी पत्रकार अंबर रहीम शम्सी ने लिखा, ‘‘इसका सीधा मतलब है कि वह (पीएम) दबाव महसूस कर रहे हैं, नहीं तो लोगों को याद दिलाएं कि वे कैसे प्रतिक्रिया देंगे.‘‘
 
प्रधानमंत्री इमरान खान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तानी मीडिया विपक्षी दलों और सत्ता पक्ष के बीच अपेक्षित सौदे पर अटकलें लगा रहा है.
पाकिस्तान में, न्यूयॉर्क टाइम्स के पत्रकार सलमान मसूद ने प्रधानमंत्री खान की चेतावनी को अपने आलोचकों के लिए एक संदेश के रूप में वर्णित किया.
 
पत्रकार फखर दुर्रानी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘‘क्या आपको लगता है कि खान ने यह धमकी किसी राजनीतिक नेता को या किसी और को दी है?‘‘प्रधानमंत्री इमरान खान की आक्रामक शैली ने मुशर्रफ जैदी को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के धरने की याद दिला दी, जब प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता के रूप में, कंटेनर पर खड़े होकर