रियाद. सऊदी अरब बदल नहीं रहा है, बल्कि वह बदल गया है. समाज में बड़े बदलाव के साथ एक क्रांति हो रही है. इस साल देश में क्रिसमस भी बड़े पैमाने पर मनाया गया. अब नया साल नजदीक आ रहा है और दुनिया के बाकी देशों की तरह सऊदी अरब भी नए साल के जश्न की तैयारियां कर रहा है. तालिबान कहता है कि इस्लाम के मुताबिक संगीत हराम है और उसने अपने यहां गाने-बजाने पर पाबंदियां लगा दी हैं, लेकिन मक्का और मदीना की धरती वाले सऊदी अरब के रियाद में अब क्रिसमस नाइट के बाद 31दिसंबर की रात को न्यू इयर के उपलक्ष्य मेंएक विशेष संगीत कार्यक्रम होगा.
स्थानीय और अन्य अरब गायक 2021के अंत और नए साल की शुरुआत में संगीत कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
हाल ही में रियाद में सलमान खान नाइट का भी आयोजन किया गया था, जिसमें डेढ़ लाख लोगों ने हिस्सा लिया था. इसके कारण सऊदी अरब के एक वर्ग ने कड़ी आलोचना की थी, लेकिन क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने देश में बड़े बदलाव के रास्ते में किसी भी बाधा को स्वीकार नहीं किया है.
कुछ भारतीय राज्यों में कोरोना और ओमेक्रोन मामलों के कारण नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ यूरोपीय देशों ने भी कोरोना मामलों के चलते नए साल के जश्न और जश्न पर रोक लगा दी है. सऊदी अरब में भी कोरोना का मामला बढ़ गया है, लेकिन नए साल के जश्न की तैयारियां अभी जारी हैं.