यूक्रेन से भारतीयों की निकासी को रूसी बसें तैयार खड़ी हैंः यूएनएससी में रूसी दूत

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 05-03-2022
यूक्रेन से भारतीयों की निकासी को रूसी बसें तैयार खड़ी हैंः यूएनएससी में रूसी दूत
यूक्रेन से भारतीयों की निकासी को रूसी बसें तैयार खड़ी हैंः यूएनएससी में रूसी दूत

 

नई दिल्ली. रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया है कि रूसी बसें पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और सूमी शहरों में उन भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए क्रॉसिंग पॉइंट पर तैयार हैं, जो पूर्वी यूरोपीय देश में उग्र संघर्ष के बीच वहां फंसे हुए हैं.

यूरोप में सबसे बड़े यूक्रेन के जापोरिज्ज्या परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के हमले के बाद, संयुक्त राष्ट्र परिषद ने शुक्रवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित किया, जिसे अल्बानिया, फ्रांस, आयरलैंड, नॉर्वे, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बुलाया गया.

बैठक के दौरान, संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन में फंसे विदेशी नागरिकों की शांतिपूर्ण निकासी सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रही है.

उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन के राष्ट्रवादी 3,700 से अधिक भारतीय नागरिकों को पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और सुमी शहरों में ‘बलपूर्वक’ रख रहे हैं.

नेबेंजिया ने परिषद को बताया, ‘‘आतंकवादी नागरिकों को शहर छोड़ने नहीं देते. यह न केवल यूक्रेनियन, बल्कि विदेशियों को भी प्रभावित करता है. जिन विदेशी नागरिकों को यूक्रेन के नागरिक बलपूर्वक अपने पास रख रहे हैं, उनकी संख्या चौंकाने वाली है. भारत के खार्किव में 3,189 नागरिक, वियतनाम के 2,700 नागरिक, चीन के 202 नागरिक, भारत के सूमी में 576 नागरिक, घाना के 101 नागरिक, चीन के 121 नागरिक रोके गए हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में, 130 आरामदायक बसें आज सुबह 6.00 बजे से भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए खार्किव और सुमी जाने के लिए तैयार क्रॉसिंग पॉइंट ‘नेखोटीवका’ और ‘सुजा’ पर इंतजार कर रही हैं.

रूसी दूत ने कहा कि चेकपॉइंट अस्थायी आवास, आराम के लिए जगह और गर्म भोजन उपलब्ध कराने के लिए सुसज्जित हैं. दवाओं के भंडार के साथ मोबाइल मेडिकल स्टेशन भी हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘बाहर निकाले गए सभी लोगों को फिर बेलगोरोड ले जाया जाएगा, और वहां से हवाई मार्ग से उनके वतन पहुंचाया जाएगा.’’

नई दिल्ली में, यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत को भारतीय छात्रों के संबंध में किसी भी बंधक स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.

बागची ने कहा, ‘‘हमें किसी भी छात्र के संबंध में किसी भी बंधक की स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. हमने खार्किव और पड़ोसी क्षेत्रों से छात्रों को देश के पश्चिमी हिस्से में ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने में यूक्रेनी अधिकारियों के समर्थन का अनुरोध किया है.’’

भारत रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा सहित इस क्षेत्र के देशों के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय कर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन से बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को निकाला गया है.