क्वाड शिखर सम्मेलन : अफगानिस्तान, साइबर सुरक्षा और महामारी पर पैनी नजर रखने पर बनी सहमति

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 25-09-2021
क्वाड शिखर सम्मेलन
क्वाड शिखर सम्मेलन

 

आवाज द वाॅयस / वाशिंगटन
 
क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल विश्व के चार प्रमुख देशों के शीर्ष नेतृत्व ने  अफगानिस्तान में बदलते हालात, बढ़ती साइबर सुरक्षा की जरूरत, जलवायु परिवर्तन की समस्या और कोविड महामारी से निपटने को सामूहिक रणनीति साझा की. इससे पहले व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन में आयोजित किया गया था. इस क्रम में 24 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच लंबी शिखर वार्ता चली.
 
क्वाड सम्मेलन में शीर्ष नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति, इंडो-पैसिफिक में चुनौतियों पर दृष्टिकोण साझा किया. इसके अलावा कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
 
क्वाड लीडर्स की बैठक के बाद एक विशेष ब्रीफिंग में बोलते विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि चारों शीर्ष नेताओं ने उभरती प्रौद्योगिकियों, साइबर सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए एक सामान्य दृष्टिकोण पर चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा  क्वाड शिखर वार्ता में शामिल हुए. इसकी मेजबानी अमेरिकी नेता ने की.
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहला व्यक्तिगत क्वाड शिखर सम्मेलन है. बैठक में नेताओं ने क्षेत्र में समकालीन मुद्दों पर विचार साझा किया.‘‘उन्होंने अफगानिस्तान की स्थिति, दक्षिण एशिया और इंडो-पैसिफिक में उभरती चुनौतियों पर दृष्टिकोण साझा किया.
 
साथ ही कोविड-19 महामारी और भविष्य में आने वाली अन्य महामारियों को रोकने की दिशा में मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. आम उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रति दृष्टिकोण, साइबर सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन की चुनौती को भी शिखर वार्ता के दौरान संबोधित किया गया.
 
चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता, जिसे क्वाड के रूप में भी जाना जाता है, पहली बार 2007 में तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लक्ष्य के साथ शुरू की गई थी.क्वाड लीडर्स मीटिंग में अपनी शुरुआती टिप्पणी में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्वाड ‘‘वैश्विक अच्छे के लिए बल‘‘ की भूमिका में काम करेगा.
 
कहा कि समूह में भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित चार देशों के बीच सहयोग सुनिश्चित करेगा. इंडो-पैसिफिक में शांति और समृद्धि पर रणनीति बनाई जाएगी.इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने जोर देकर कहा कि इंडो-पैसिफिक को अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार, जबरदस्ती से मुक्त होना चाहिए और संप्रभु अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए.
 
क्वाड शिखर सम्मेलन में अपनी उद्घाटन टिप्पणी के दौरान योशिहिदे सुगा ने पहली व्यक्तिगत क्वाड बैठक के महत्व को रेखांकित किया. कहा कि यह बैठक चार देशों के मजबूत संबंधों को दर्शाती है. साथ ही जोर देते हुए कहा कि इंडो-पैसिफिक खुला और मुक्त होना चाहिए.