कंगाल पाकिस्तान पर गरीबी की मार, हुई बढ़ौतरी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 20-06-2021
कंगाल पाकिस्तान पर गरीबी की मार, हुई बढ़ौतरी
कंगाल पाकिस्तान पर गरीबी की मार, हुई बढ़ौतरी

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / इस्लामाबाद

पीटीआई प्रमुख इमरान खान जब से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं पड़ोसी देश की आर्थिक दशा सुधरने की जगह निरंतर बिगड रही है. यदि दोस्त देश कर्ज न दें तो पाकिस्तान के अधिकांश लोगांे के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाए. इस बीच पाकिस्तानियों की चिंता बढ़ाने वाली एक खबर सामने आई है.
 
विश्व बैंक के मुताबिक पाकिस्तान में गरीबी दर मेंइजाफा हुआ है. यह दर  4.4 फीसदी से बढ़कर 5.4 फीसदी हो गई है. इस संबंध में प्रस्तुत आंकड़े के अनुसार, प्रति दिन दो डॉलर से भी कम क्रय शक्ति रह गई.
 
पाकिस्तान में 2 मिलियन से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं. पाकिस्तान में गरीबी दर 39.3 प्रतिशतहै,जबकि निम्न मध्यम वर्ग की दैनिक आय 3. 3.2 डाॅलर है. मध्यम वर्ग की आय 5. 5.5 डाॅलर प्रति दिन है. यह अनुपात 78.4 प्रतिशत है.
 
ऐसे समय में जब विश्व बैंक पाकिस्तान में गरीबी दर में वृद्धि दिखा रहा है, पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में गरीबी दर वित्त वर्ष 2016 में 24.3 प्रतिशत से पिछले वित्तीय वर्ष में घट कर 21.9 प्रतिशत हो गई.
 
विश्व बैंक का कहना है कि  गरीबी का प्रतिशत बढ़़ने की एक वजह कोरोनावायरस की नई लहर हो सकती है.पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि पिछले दो दशकों में धीमीहुई है. औसत वार्षिक प्रति व्यक्ति विकास दर 2 है. 2020 के अंत से दिसंबर के अंत तक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 5.4 फीसदी चढ़ा. इसके बावजूद विकास दर 0.8 फीसदी रहने की उम्मीद है.