काबुल. अफगानिस्तान में तालिबान के आगे बढ़ने की खबर सामने आते ही काबुल में लोग राजधानी से पलायन कर रहे हैं. शहर से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की कोशिश में कारों की लंबी कतारें लग गई हैं. बीबीसी ने बताया कि बैंक भी व्यस्त हैं, क्योंकि निवासी अपनी बचत निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
अफगान सांसद फरजाना कोचाई ने इस दृश्य का वर्णन किया, “मैं अपने घर में हूं और उन लोगों को देख रही हूं, जो बस भागने की कोशिश कर रहे हैं.”
वह आगे कहती है, “मुझे नहीं पता कि वे कहाँ जाने की कोशिश कर रहे हैं, यहाँ तक कि गलियों में और अपने घरों से, अपने बैगों को लादकर वे जा रहे हैं.. और ये सब चीजें. यह दिल दहला देने वाला है, आप जानते हैं.”
“Taliban have entered the city and we are running away. Everyone is afraid.”
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) August 15, 2021
This is not a clip from a scary movie, This is the reality in Kabul. Last week the city hosted a film festival & now they running away for their lives. Heartbreaking to watch but the world is do nothing pic.twitter.com/90PzxqLPYE
इससे पहले, रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान ने कहा था कि वह अफगानिस्तान के साथ तोरखम सीमा को बंद कर रहा था, क्योंकि आतंकवादियों ने सीमा के अफगानी इलाके को जब्त कर लिया था.
यह काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को देश से बाहर जाने का एकमात्र रास्ता छोड़ देता है.
अफगान रेडियो रिपोर्टों में कहा गया है कि काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सड़क हजारों लोगों से भरी हुई है, जो देश छोड़ने के लिए दौड़ रहे हैं.
Live video of US Military Chinook helicopters evacuating the US Embassy in #Kabul as the #Taliban surrounds the besieged capital of #Afghanistan. Absolutely stunning footage. pic.twitter.com/BORzODDLZV
— IntelWalrus (@IntelWalrus) August 15, 2021
हजारों अन्य लोग राजधानी के एकमात्र पासपोर्ट कार्यालय के बाहर किलोमीटर तक लंबी कतारों में खड़े हैं, जो यात्रा दस्तावेजों को सुरक्षित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
लगभग 50 लाख लोगों के शहर काबुल शहर में लोग चारों ओर अंतिम क्षणों में घरों से भागने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं.
काबुल में भय और दहशत की स्थिति स्पष्ट है, क्योंकि तालिबान ने महीनों लंबे सैन्य हमले के बाद राजधानी की ओर मार्च किया है, उसने युद्धग्रस्त देश के बड़े क्षेत्रों को जब्त कर लिया है.
Afghan People throwing shoes and stones to Afghan Army who ran away like cowards without even showing a little resistance to #Taliban.
— Shama Junejo (@ShamaJunejo) August 15, 2021
For this is USA spent $88b to train them?pic.twitter.com/tZtURS8678
एक पूर्व सिविल सेवक और काबुल स्थित एक थिंक टैंक और अफगानिस्तान पॉलिसी लैब के निदेशक, तिमोर शरण कहते हैं, यह क्रूर अनिश्चितता से जुड़े सदमे और उदासी की भावना है. आज शहर में खरीदारी करते हुए, मुझे लगा कि लोग अनिश्चित भविष्य में फंस गए हैं और कभी भी सपने देखने, आकांक्षा करने, सोचने और विश्वास करने में सक्षम नहीं हैं.
इस बीच, आटे जैसे कुछ खाद्य पदार्थों की कीमत में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि हाल के हफ्तों में गैस की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं और मानवीय संकट भी बढ़ता जा रहा है.
Taliban taking a break after taking over a US-backed warlord’s palace pic.twitter.com/iMpBqDboKn
— Jack Posobiec 🇺🇸 (@JackPosobiec) August 14, 2021