पाकिस्तानः मियां मिट्ठू का खौफनाक चेहरा बेनकाब

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 11-03-2021
पाकिस्तानः मिट्ठू मियां का खौफनाक चेहरा बेनकाब
पाकिस्तानः मिट्ठू मियां का खौफनाक चेहरा बेनकाब

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली

पाकिस्तान की दरगाह भरचूंदी शरीफ के पीर मियां अब्दुल हक उर्फ मियां मिट्ठू का खौफनाक चेहरा आखिरकार सामने आ ही गया. उसपर सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों के अपहरण, कन्वर्जन के आरोप लगते रहे हैं, जिससे वह इंकार करता रहा है. मगर अब एक ऐसा सबूत सामने आया है जिससे वह न तो हिंदू लड़कियों के कन्वर्जन की बात से मना कर सकता है और न ही  मुकर सकता है कि ऐसे समय वह ऐसी स्थिति पैदा कर देता जिसके खिलाफ  कोई चूं तक नहीं कर सके.
 
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 18 वर्ष से कम उम्र की शादी प्रतिबंधित है. प्रांतीय सरकार ने ऐसा हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की मिल रही शिकायतों पर लगाम लगाने के लिए किया है. मगर मियां मिट्ठू जैसे लोगों ने कभी इसकी परवाह नहीं की. परिणामस्वरूप आए दिन सिंध से हिंदू लड़कियों से जबरन इस्लाम कबूलवाने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. 
 
पिछले वर्ष पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग द्वारा पेश रिपोर्ट में देश के अल्पसंख्यकों के बढ़ते मानवाधिकार हनन के प्रति चिंता प्रकट करने के साथ प्रत्येक वर्ष 1000 अल्पसंख्यक लड़कियों के धर्म परिवर्तन की बात कही गई थी, जिनमें अधिकांश हिंदू लड़कियां थीं. वह भी कमसिन. ऐसी घटनाएं सर्वाधिक सिंध प्रांत में दर्ज की गईं.
crime graph
 
पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के हितों पर नजर रखने वाली संस्था ‘सस्टैनेबल सोशल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में पाकिस्तान में बाल विवाह के 32, बलात्कार के 4321 और अपहरण के 15,714 मामले दर्ज किए गए, जिनमें अपहरण एवं बाल विवाह की अधिकांश घटनाएं सिंध प्रांत में दर्ज की गईं.
मियां मिट्ठू बेनकाब

बहरहाल, मियां मिट्ठू के खौफनाक चेहरे से पर्दा उठने की घटना भी सिंध प्रांत के कंधकोट इलाके में ही हुई है. यहां के एक हिंदू तखत कुमार की 13 वर्षीय बेटी कविता का पहले अपहरण किया गया. फिर उसका इस्लाम में कन्वर्जन कराया गया. इससे संबंधित एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कविता नीचे जमीन पर पीछी दरी पर डरी-सहमी, सिकुड़ी बैठी है.
 
उसके पास ही रंगीन चादर बिछी पलंग पर मियां मिट्ठू बैठा है . उन्हें चारों ओर से सौ से अधिक दाढ़ी वाले मुस्टंडे टाइप लोग घेरे खड़े हैं. वे सभी सिंधी भाषा में कविता के इस्लाम कबूलने पर खुशी और अल्लाह की शान में गीत गाते नजर आ रहे हैं. इस दौरान कविता पर पैसे भी न्यौछावर किए जा रहे हैं. इस बीच किसी मर्द के रोने की आवाज भी आती रहती है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह कविता के बेबस पिता की आवाज है. 
 
पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की हक की आवाज सोशल मीडिया पर उठाने वाले ‘वाॅय आफ पाकिस्तान माइनाॅरिटी’ ट्विटर हैंडल से जारी इस वीडियो में सवाल किया गया है कि क्या ऐसी परिस्थिति में कोई लड़की या उसके परिवार वाला विरोध कर सकता है ? जाहिर है, जवाब ना में होगा!
 
बता दें कि मिंया मिट्ठू कहने को तो भरचूंदी दरगाह का पीर है, पर दअसल उसकी पहचान हिंदू लड़कियों के कन्वर्जन और हिंदुओं के खिलाफ दंगा भड़काने की बन गई है. कई हिंदू संगठन उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज बुलंद कर चुके हैं. एक-दो बार गिरफ्तार भी किया गया, पर राजनीतिक पहुंच के कारण हर बार जल्द छोड़ दिया गया.
 
उसने अपनी दरगाह में हरम  बना रखा है. जहां अपहृत लड़कियां रखी जाती हैं. काफी दिनों तक अपने पास अपनी ‘सेवा’ में रखता है. फिर एक बड़े समारोह में कन्वर्जन करा कर किसी मुस्लिम लड़के के पल्ले बांध देता है.  कंधकोट के तखत कुमार की बेटी से इस्लाम कबूलवाने के बाद उसका नाम उमीन रखकर, उसका निकाह एक दुबले-पतले से नौजवान के साथ करा दिया गया.
school certificate
तखत कुमार ने अपने बच्ची के अपहरण और कन्वर्जन की इलाके के थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. सबूत के तौर पर कविता के स्कूल छोड़ने का सर्टिफीकेट भी नत्थी किया है. इस सर्टिफीकेट में पांचवीं पास होने और 01 अप्रैल 2015 को स्कूल में दाखिला लेने और 30 अप्रैल 2020 को स्कूल छोड़ने की बात कही गई है.
 
जाहिर सी बात है 2020 में पांचवीं पास करने वाली बच्ची 18 वर्ष से अधिक उम्र की हो ही नहीं सकती !  मियां मिट्ठू की यह कारस्तानी सरासर पाकिस्तान के चाइल्ड मैरिज और धर्म परिवर्तन एक्ट का उल्लंघन है. इसके बावजूद थाने में मामला दर्ज कराने पर भी अब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
 
दबंग मियां का दम

इसी तरह गत वर्ष सिंध के घोटकी में हिंदुओं के खिलाफ दंगा भड़काने का वीडियो जारी किए जाने के बाद भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. यहां तक कि उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पाकिस्तान के लोगों ने अभियान भी चलाया, पर  बाल भी बांका नहीं हुआ. उसके गुर्गों ने घोटकी में हिंदुओं के कई व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं धार्मिक स्थल जला दिए थे. मियां मिट्ठू का बड़ा भाई मियां असलम भी उसके कुकृत मंे बराबर का हिस्सेदार है.
 
कुछ और जानकारियां मियां मिट्ठू की

हिंदू लड़कियों को इस्लाम कबूलवाने के मामले में कुख्यात मियां मिट्ठू की तकरीबन सभी पार्टियों में पहुंच है. सोशल मीडिया पर उसके और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ कई तस्वीरें मौजूद हैं. दोनों से करीबी संबंध बताए जाते हैं. उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस का भी आदमी कहा जाता है. 
 
एक ऐसी तस्वीर भी सार्वजनिक हो चुकी है, जिसमें वह सेना के कैंप में चांदमारी की प्रैक्टिस करता दिखाई दे रहा है. मियां मिट्ठू सांसद भी रह चुका है.दरगाह भरचूंदी शरीफ का यह पीर 2008 में सांसद चुना गया था. हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन में यह इतना बदनाम हुआ कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने उसे 2013 में दोबारा टिकट देने से मना कर दिया.
 
 उसके बाद के आम चुनाव में ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस ने उसे टिकट देने का फैसला किया, लेकिन आलोचना होने पर टिकट देकर वापस ले दिया. उसने इमरान खान की पार्टी तहरीके इंसाफ में जाने का फैसला किया. इमरान से उसकी मुलाकात भी हुई, लेकिन बात नहीं बनी. उसका नाम पहली बार जोरशोर से 2012 में तब सामने आया था, जब हिंदू लड़की रिंकल कुमारी का धर्म परिवर्तन करा उसे मुस्लिम बनाया गया था. उसके बाद भी मियां मिट्ठू के इमरान और बाजवा से संबंध बने हुए हैं.