इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने बढ़ती महंगाई और जनता पर 608 अरब रुपये के अतिरिक्त कर लगाने की कथित योजना को लेकर गठबंधन सरकार की आलोचना की और रविवार को घोषणा की कि पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने बाढ़ के कम होने के बाद इस्लामाबाद में मार्च निकालने का आह्वान किया है. यह जानकारी जियो न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से दी गई है. अवामी मुस्लिम लीग (एएमएल) के प्रमुख का यह बयान इमरान खान द्वारा एक सार्वजनिक रैली में पीएम शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार को अदालती मामलों के साथ अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के 'उत्पीड़न' को रोकने की चेतावनी देने के एक दिन बाद आया है.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व गृह मंत्री ने कहा, "आईएमएफ ने 608 अरब रुपये की वसूली के लिए सरकार के साथ एक और समझौता किया है. पहले उन्होंने राष्ट्रीय खजाना लूटा और अब वे लोगों की जेब से पैसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं." सिंध में बाढ़ की स्थिति का जिक्र करते हुए शेख रशीद ने कहा कि अचानक आई बाढ़ ने सिंध के लोगों की आंखें खोल दी हैं. उन्होंने कहा, "बाढ़ ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की प्रतिष्ठा को नष्ट कर दिया है."
उन्होंने पूछा कि दूसरे देश ऐसे राष्ट्र को कैसे सहायता देंगे जहां लोग इन धनशोधनकर्ताओं को दान करने से इनकार करते हैं? खान के सहयोगी ने कहा कि लोग बिजली के बिलों का भुगतान करने और पेट्रोल खरीदने में सक्षम नहीं हैं और फिर भी सरकार कर बढ़ाने की योजना बना रही है.
एक दिन पहले, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार को चेतावनी दी थी कि वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न को रोकें अन्यथा वह फिर से इस्लामाबाद पर मार्च करेंगे. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि उनके इस्लामाबाद आने की स्थिति में सरकार के पास छिपने के लिए कोई जगह नहीं होगी.