नई दिल्ली-इस्लामाबाद. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को एक और विस्तारित अवधि के लिए ग्रे लिस्ट में रखा है और इस्लामाबाद को बढ़ी हुई निगरानी सूची से बाहर आने के लिए दो संबंधित कार्य योजनाओं से शेष कमियों का पालन करने के लिए कहा है.
द न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब पाकिस्तान 27कार्य योजनाओं में से 26बिंदुओं पर अनुपालक पाया गया है और मांगों की दूसरी सूची में, छह कार्य योजनाओं में से, इस्लामाबाद पांच बिंदुओं पर अनुपालन कर रहा था. इसलिए पाकिस्तान को ऑन-साइट निरीक्षण के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए दो अलग-अलग कार्य योजनाओं में से प्रत्येक का पालन करना होगा, जो ग्रे सूची से बाहर होने का मार्ग प्रशस्त करेगा.
शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने द न्यूज से बात करते हुए पुष्टि की, ‘‘अब इस्लामाबाद को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के तहत नामित वरिष्ठ नेताओं की जांच और अभियोजन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ना होगा.’’
पाकिस्तान को अगले चार महीनों के लिए ग्रे लिस्ट में रखा गया है और अब देश को 1267और 1373के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ जांच और प्रभावी अभियोजन के मोर्चे पर अपनी कार्रवाई का प्रदर्शन करना होगा.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने शिकायत की कि एक साथ दो अलग-अलग कार्य
एफएटीएफ प्लेनरी ने पेरिस में 28फरवरी से 4मार्च तक अपनी बैठक जारी रखी.
एफएटीएफ ने कहा कि शेष बिंदुओं में टीएफ जांच और अभियोजन संयुक्त राष्ट्र के नामित आतंकवादी समूहों के वरिष्ठ नेताओं और कमांडरों को सहयोग बंद करे.
बयान में निष्कर्ष निकाला गया है कि पाकिस्तान को अपनी 2021 की कार्य योजना में जटिल एमएल जांच और अभियोगों को आगे बढ़ाने की सकारात्मक और निरंतर प्रवृत्ति का प्रदर्शन करके एक शेष वस्तु को संबोधित करने के लिए काम करना जारी रखना चाहिए.