अदीस अबाबा
उत्तरी इथियोपिया में लंबे समय से निष्क्रिय पड़े हेली गुब्बी ज्वालामुखी की गतिविधि में मंगलवार को कमी दर्ज की गई। अधिकारियों के अनुसार, सप्ताहांत में हुए अप्रत्याशित विस्फोट के बाद लगातार उठ रही राख और धुएं की मात्रा अब घटने लगी है, जिससे स्थिति आंशिक रूप से स्थिर होने के संकेत मिले हैं।
हालाँकि, विस्फोट से आसपास के कई गांवों में भारी तबाही हुई है। अफार क्षेत्र के अफदेरा जिले के गांव पूरी तरह राख से ढक गए हैं। स्थानीय निवासियों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और पानी तथा चारे पर राख जम जाने जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने और सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य जारी है।
विस्फोट से उठे विशाल धुएं के गुबार ने ऊंचाई वाले कई अंतरराष्ट्रीय उड़ान मार्गों को बाधित कर दिया था, जिसके कारण कई उड़ानें रद्द या डायवर्ट करनी पड़ीं।
अदीस अबाबा विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी अताले अयेले ने बताया कि इथियोपिया एक सक्रिय रिफ्ट प्रणाली पर स्थित है, जहाँ ज्वालामुखीय गतिविधियाँ और भूकंपीय हलचल अक्सर होती रहती हैं। उनके अनुसार,“पिछले 10,000 वर्षों में हेली गुब्बी ज्वालामुखी का यह पहला दर्ज विस्फोट है।”
विशेषज्ञों की टीम ज्वालामुखी गतिविधि पर लगातार नज़र रख रही है, ताकि संभावित खतरों के प्रति समय रहते चेतावनी जारी की जा सके।