चीनी कंपनियों ने बांग्लादेश में की टैक्स की चोरी, हुई फजीहत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 01-06-2022
चीनी कंपनियों ने बांग्लादेश में की टैक्स की चोरी, हुई फजीहत
चीनी कंपनियों ने बांग्लादेश में की टैक्स की चोरी, हुई फजीहत

 

ढाका. मीडिया द्वारा बांग्लादेश में कर चोरी के मामले के बारे में रिपोर्ट किए जाने के बाद चीनी कंपनियों को खराब छवि का सामना करना पड़ा है. बांग्लादेश लाइव न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने पाया कि चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन कंपनी (सीसीसीसी) की सहायक कंपनी चाइना रोड एंड ब्रिज कॉर्पोरेशन (सीआरबीसी) सरकारी परियोजनाओं के लिए निर्माण सामग्री का आयात करते समय कर चोरी में शामिल थी. मेगाप्रोजेक्ट्स में धन के गबन का मामला सुर्खियों में आने के बाद, बांग्लादेश के अधिकारियों ने चीनी सरकार को तीन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण से हटने के लिए मजबूर किया.

बांग्लादेश लाइव न्यूज ने कुछ अपुष्ट रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि ऐसा लगता है कि ये मीडिया रिपोर्ट चीनी कंपनियों को बीजिंग से उप-ठेकेदारों को काम पर रखने से नहीं रोकती हैं और बांग्लादेश सरकार को करों का भुगतान करने से बचने के लिए उन्हें मुख्य कंपनी के एक हिस्से के रूप में भी दिखाती हैं.

चीनी कंपनियों ने कथित तौर पर चीनी उप-ठेकेदारों को काम पर रखा और उन्हें ढाका-चटगांव रेलवे लाइन में मुख्य कंपनी के हिस्से के रूप में दिखाया. इस परियोजना पर काम कर रही एक चीनी कंपनी ने 16 चीनी उप-ठेकेदारों को काम पर रखा है और उन्हें मुख्य कंपनी के हिस्से के रूप में दिखाया है. ढाका पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के साथ काम करने वाली चीनी कंपनी टेबियन इलेक्ट्रिक अप्लायन्सेज द्वारा संचालित एक अन्य परियोजना ने चार चीनी उप-ठेकेदारों को काम पर रखा है.

बांग्लादेश लाइव न्यूज ने बताया है कि एक चीनी कंपनी ने नारायणगंज में एक छह मंजिला इमारत भी लीज पर ली है, जिसमें परियोजनाओं पर काम करने वाले कर्मचारियों को रखा जाता है. इसके अलावा, बांग्लादेश में कोयला संयंत्र और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं अत्यधिक आबादी वाले ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापक विस्थापन का कारण बन रही हैं और उनके पारिस्थितिकी तंत्र को खतरे में डाल रही हैं. ऐसा लगता है कि बीजिंग चीनी सरकार से संबद्ध कंपनियों के भ्रष्टाचार और कदाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहा है. भ्रष्टाचार अक्सर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में चीनी आर्थिक जुड़ाव का एक प्रमुख तत्व है. अनुमान बताते हैं कि बीजिंग विश्व स्तर पर, विशेष रूप से विकासशील देशों में, भ्रष्ट व्यापार प्रथाओं से संबंधित सबसे बड़े अवैध वित्तीय प्रवाह (आईएफएफ) के लिए जिम्मेदार है.

इस बीच, मई में, बांग्लादेश के अधिकारियों द्वारा चीनी कंपनी, चीन-केम्ड ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ कर चोरी का एक और मामला सामने आया. शेनझेन में स्थित ग्लोबल पेट प्रोडक्ट्स कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी, चीन-केमेड ट्रेडिंग कंपनी ने अपने ढाका स्थित सहयोगी ‘‘एनबी ट्रेडिंग हाउस’’ में से एक को कैल्शियम कार्बोनेट की एक खेप भेजने की घोषणा की है. हालांकि, फिजिकल वैरीफिकेषनल पर, बांग्लादेश के अधिकारियों ने 120 टन उच्च मूल्य वाले डेक्सट्रोज मोनोहाइड्रेट को बरामद किया. बांग्लादेश लाइव न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, डेक्सट्रोज को छुपाया गया था, क्योंकि लेबल अंदर से लेपित कैल्शियम कार्बोनेट का था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माल चटगांव बंदरगाह पर पहुंचा और वाशी शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड के तहत पांच कंटेनरों में ले जाया गया. अगर अधिकारियों ने सही समय पर इसका पता नहीं लगाया होता, तो इसके परिणामस्वरूप बांग्लादेशी राजकोष टका (टीके) 42 लाख का नुकसान होता.

कुछ मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि चीनी कंपनियों के नाम और वास्तविक पहचान का खुलासा नहीं करने के लिए पत्तन प्राधिकरण / सीमा शुल्क वरिष्ठ स्तर के भारी दबाव में थे. हालांकि बीजिंग खुद को एक विश्वसनीय आर्थिक भागीदार के रूप में पेश करता है, लेकिन इसकी आर्थिक साझेदारी प्राप्तकर्ता देशों के लिए एक अल्बाट्रॉस के रूप में सामने आ रही है.