ताइपेई (ताइवान)
ताइवान के रक्षा मंत्रालय (MND) ने बुधवार सुबह 6 बजे (स्थानीय समयानुसार) तक ताइवान की समुद्री सीमा के आसपास चीन के 16 सैन्य विमानों, 6 नौसैनिक जहाजों और 1 सरकारी पोत की गतिविधियों का पता लगाया है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन 16 विमानों में से 8 विमान मीडियन लाइन को पार करते हुए ताइवान के उत्तरी और पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में प्रवेश कर गए।
MND ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए लिखा:
"आज सुबह 6 बजे (UTC+8) तक ताइवान के आसपास PLA के 16 सैन्य विमान, PLAN के 6 जहाज और 1 सरकारी पोत देखे गए। इनमें से 8 विमानों ने मीडियन लाइन पार कर उत्तरी और पूर्वी ADIZ में प्रवेश किया। हमने स्थिति की निगरानी की और उचित प्रतिक्रिया दी।"
इससे पहले मंगलवार को भी 12 PLA सैन्य विमानों, 5 PLAN जहाजों और 1 सरकारी पोत की गतिविधि दर्ज की गई थी।उस समय भी 12 में से 8 विमानों ने मीडियन लाइन पार की थी, जो ताइवान जलडमरूमध्य में एक अनौपचारिक सीमा रेखा मानी जाती है।
MND ने मंगलवार को भी यही जानकारी साझा की थी:"आज सुबह 6 बजे तक PLA के 12 विमान, PLAN के 5 जहाज और 1 सरकारी पोत ताइवान के आसपास सक्रिय पाए गए। उनमें से 8 विमानों ने मीडियन लाइन पार की और उत्तरी व पूर्वी ADIZ में दाखिल हुए। हमने स्थिति पर निगरानी रखी और जवाब दिया।"
इन लगातार हो रही घुसपैठों और समुद्री गतिविधियों से ताइवान और चीन के बीच बढ़ते तनाव का संकेत मिलता है। ताइवान, जिसे आधिकारिक रूप से 'रिपब्लिक ऑफ चाइना (ROC)' कहा जाता है, स्वतंत्र शासन और स्वतंत्र राजनीतिक-आर्थिक प्रणाली के तहत चलता है।
हालांकि, चीन "वन चाइना पॉलिसी" के तहत ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और यह दावा करता है कि पूरी चीन की राजधानी बीजिंग है—ताइवान भी उसमें शामिल है।
यह विवाद 1949 में चीनी गृहयुद्ध के बाद शुरू हुआ, जब माओ ज़ेदोंग के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ने मुख्यभूमि चीन पर नियंत्रण कर लिया और ROC सरकार को ताइवान भागना पड़ा।
तब से चीन ताइवान को फिर से एकीकृत करने का लक्ष्य बनाए हुए है और इसके लिए सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव बनाता आ रहा है।
बावजूद इसके, ताइवान वास्तविक रूप से स्वतंत्र राष्ट्र की तरह कार्य करता है, जिसमें स्थानीय जनता का जबरदस्त समर्थन है। ताइवान लगातार अपनी संप्रभुता की रक्षा करता है और बाहरी दबावों के बावजूद पीछे नहीं हटता।रक्षा मंत्रालय की ओर से नियमित रूप से ऐसी सैन्य गतिविधियों की रिपोर्ट साझा की जाती है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और जनता में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।