राकेश चौरासिया / सेस्काटून-नई दिल्ली
कनाडा में इस्लामोफोबिया का एक और हौलनाक वाकया पेश आया है. कुछ हमलावरों ने एक मुस्लिम शख्स से कहा कि उन्हें मुसिलमों से नफरत है. और बस, इसी बात पर उस शख्स को चाकुओं से गोद डाला. घायल को 14टांके आए हैं.
अचानक कनाडा की फिजां में नफरत घुल गई है. कुछ दिनों पहले ओंटारियों में एक हादसा हुआ था, जिसमें मुस्लिम परिवार की 74वर्षीय महिला, 46वर्षीय शख्स, 44वर्षीय महिला और 15वर्षीय लड़की की मौत हो गई थी और नौ साल का एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था. इस परिवार को आरोपी नाथानील वेल्टमैन (20) ने अपने ट्रक से कुचल दिया था. स्थानीय पुलिस के प्रमुख स्टीफन विलियम्स के अनुसार इस परिवार को इसलिए निशाना बनाया गया, क्योंकि वे मुस्लिम थे.
अब इस्लामोफोबिया की एक और घटना हुई है. काशिफ नाम का एक व्यक्ति शाम को अपने घर वापस जा रहा था, तो अचानक उन पर यह हमला हुआ. काशिफ मूल रूप से पाकिस्तानी हैं और रोजगार की तलाश में 20साल पहले कनाडा गए थे और परिवार सहित वहीं बस गए. उनके दो बच्चे हैं.
कुल हमलावरों की संख्या तीन बताई जा रही है. दो हमलवरों ने अचानक उनकी पीठ पर चाकुओं से हमला कर दिया. हमला करते समय उन्होंने बार-बार चिल्लाकर कहा, “तुमने यह ड्रेस क्यों पहन रखी है? हमें मुस्लिमों से नफरत है. तुम यहां से चले क्यों नहीं जाते?” दरअसल काशिफ उस समय इस्लामी पहनावा पहने हुए थे.
काशिफ की दाढ़ी भी पारंपरिक इस्लामिक ढंग की थी. हमलावर उनकी दाढ़ी पर भी कमेंट कर रहे थे.
हमलावरों ने काशिफ की पीठ और बाजुओं पर हमले किए. इस दौरान बचाव में काशिफ के हाथ में भी चोटें आई हैं. काशिफ को कुल 14जगहों पर घाव हुए, जिनमें डॉक्टर्स ने टांके लगाए हैं.
इसके बाद दोनों हमलावर एक कार में फरार हो गए. कार को एक तीसरा व्यक्ति चला रहा था.
काशिफ इस घटना के बाद इतने डर गए हैं कि उन्हें अब अपने परिवार की चिंता सता रही है.
सेस्काटून के मेयर चार्ली क्लार्क ने इस घटना की निंदा करते हुए दुख जताया है. उन्होंने कहा कि कुछ ग्रुप इस्लामोफोबिया और दुर्भावनाएं फैला रहे हैं. हमलों के खिलाफ जांच हो और सख्त कार्रवाई हो. कनाडाई समाज में ऐसी घटनाएं स्वीकार्य नहीं हैं.
कनाडा शांतिप्रिय देशों में शुमार रहा है. यह देश प्रवासियों के लिए स्वर्ग है. दुनिया भर के लोग यहां आकर बस रहे हैं और कनाडा के विकास में योगदान दे रहे हैं. लेकिन अब यहां भी बदअमनी फैलाने की कोशिशें हो रही हैं.