नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से शांति, अच्छा व्यापार निवेश और जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की आमद हुई है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में भ्रम पैदा करने के लिए विपक्ष की खिंचाई करते हुए कि केंद्र शासित प्रदेश में परिसीमन के बाद राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.
शाह ने यहां राष्ट्रीय राजधानी में हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में भाग लेते हुए कहा, ‘पिछले 75 सालों से अनुच्छेद 370 था. शांति क्यों नहीं थी? अगर शांति और अनुच्छेद 370 के बीच संबंध है, तो अनुच्छेद 1990 में नहीं था? 1990 में था, तो शांति क्यों नहीं थी? भले ही हम लक्षित हत्याओं के आंकड़े शामिल करते हैं, हम 10 प्रतिशत के करीब भी नहीं हैं. इसका मतलब है कि शांति है.’
‘जम्मू और कश्मीर के राज्य की बहाली परिसीमन के बाद होगी. अन्यथा कहने वाला कोई भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहा है.’
इससे पहले, इस कार्यक्रम में अपना भाषण देते हुए, शाह ने उल्लेख किया कि 2014 से पहले भारत ‘नीतिगत पक्षाघात’ की स्थिति में था, जिसने देश की गरिमा को प्रभावित किया था.
उन्होंने कहा, ‘भारत ने 2014 के बाद एक स्थिर सरकार देखी. प्रधानमंत्री मोदी ने धैर्य और योजना के साथ कई मुद्दों को सफलतापूर्वक हल किया है.’