काबुल. अफगान महिलाओं को अपने अधिकार खोने का डर है. इसलिए वे तालिबान के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं. उन्हें डर है कि अगर अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता में आया, तो महिलाओं को बंद कर दिया जाएगा. इसलिए तालिबान के खिलाफ हथियारबंद अफगान महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं.
विवरण के अनुसार, सैकड़ों महिलाओं ने उत्तरी और मध्य अफगानिस्तान में सड़कों पर मार्च किया, बंदूकें लेकर और असॉल्ट राइफलों के साथ अपनी तस्वीरें साझा कीं.
सबसे बड़ा प्रदर्शन मध्य प्रांत घोर में हुआ, जहां सैकड़ों महिलाओं ने बंदूकें लहराईं और तालिबान विरोधी नारे लगाए.
सामाजिक रूढ़िवादिता और अनुभव की कमी दोनों के कारण, उनके जल्द ही बड़ी संख्या में आगे बढ़ने की संभावना नहीं है, लेकिन उग्रवादियों के तत्काल खतरे में सार्वजनिक प्रदर्शन इस बात की याद दिलाते हैं कि महिलाएं कितनी डरी हुई हैं.
मार्च करने वालों में घोर में महिला निदेशालय की हलीमा परस्तश ने कहा कि कुछ महिलाएं ऐसी थीं, जो केवल प्रतीकात्मक रूप से सुरक्षा बलों को प्रोत्साहित करना चाहती थीं, लेकिन कई युद्ध के मैदान में जाने को तैयार थीं.
उन्होंने, “वह उन महिलाओं में से एक थीं, जिन्होंने एक महीने पहले राज्यपाल से लड़ाई लड़ी थी और कुछ अन्य महिलाओं ने राज्यपाल से कहा था कि हम जाने और लड़ने के लिए तैयार हैं.”
(एजेंसी इनपुट)