टोक्यो. भारत के लिए एक बड़ी खबर टोक्यो से आ रही है. भारोत्तोलन में भारत के लिए रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को स्वर्ण पदक मिल सकता है. सूत्रों के मुताबिक चीन के नंबर एक एथलीट पर डोपिंग का शक है. डोपिंग रोधी एजेंसी ने हाओ का सैंपल बी-टेस्ट के लिए भेजा है. ऐसा माना जाता है कि ए-सेंपल स्पष्ट नहीं है.
चीनी एथलीट हाओ आज स्वदेश लौटने वाले थे, लेकिन उन्हें रुकने के लिए कहा गया है. उनका कभी भी डोपिंग टेस्ट हो सकता है.
ऐसा हुआ, तो ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि डोपिंग फेल होने पर पदक छीनकर उपविजेता को दिया जाएगा. इस बीच मीराबाई आज घर लौट रही हैं.
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के एक अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की ओर से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है.
सूत्रों के अनुसार स्वर्ण पदक जीतने वाले चीनी हाओ ए-सैंपल में संदेह के चलते अब उन्हें बी-सैंपल के लिए बुलाया गया है. अगर चीनी खिलाड़ी का बी-सैंपल पॉजिटिव आता है, तो इसकी घोषणा आईओसी और टोक्यो आयोजन समिति करेगी.
मीरा ने टोक्यो ओलंपिक में भारत का पहला और एकमात्र पदक जीता है. भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में कुल 202 किग्रा भार उठाकर रजत पदक जीता. चीन के हाओ ने 210 किग्रा भार उठाकर स्वर्ण पदक और इंडोनेशिया की कांतिका वेंडी ने कांस्य पदक जीता है.