विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश),
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने महिला विश्व कप के जारी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की खिलाड़ी क्लो ट्रायोन और नादिन डि क्लर्क की शानदार बल्लेबाजी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे इस जीत के पूरी तरह हकदार थीं। उन्होंने भारत की बल्लेबाजी की गिरावट को स्वीकार किया लेकिन अपनी टीम के बनाए 250 रन को भी सराहा।
विशाखापत्तनम में हुए इस रोमांचक मैच में नादिन डि क्लर्क के धुआंधार अर्धशतक ने दक्षिण अफ्रीका को भारत के खिलाफ तीन विकेट से जीत दिलाई। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने शुरुआत में बल्लेबाजी में झटका झेला था, लेकिन डि क्लर्क और ट्रायोन की साझेदारी ने मुकाबला जीत की ओर मोड़ दिया।
हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद कहा, “कठिन मुकाबला था। दोनों टीमों ने बेहतरीन खेल दिखाया। भले ही हमारी बल्लेबाजी पिचड़ी, लेकिन हमने 250 रन बनाने में कामयाबी हासिल की। अंत में क्लो और डि क्लर्क ने बेहतरीन बल्लेबाजी की, उन्होंने दिखा दिया कि पिच बहुत अच्छी थी और जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, वे जीत के हकदार थे। उन्होंने बड़े शॉट खेले, जो हमें बहुत पसंद आया। हमारी टॉप ऑर्डर ने जिम्मेदारी नहीं ली और अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। यह लंबा टूर्नामेंट है, आज हमारे लिए एक कठिन मुकाबला था, लेकिन इससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। हमें मेहनत जारी रखनी है और सुधार करना है।”
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोलवार्ट ने भी नादिन डि क्लर्क की शानदार बल्लेबाजी की तारीफ की और कहा कि उनकी पारी देखकर वे “शब्दहीन” हैं। वोलवार्ट ने भारत की मजबूत लड़ाई को स्वीकार किया, खासकर ऋचा घोष की प्रभावशाली बल्लेबाजी की।
भारत के लिए ऋचा घोष ने नाबाद 94 रन की बेहतरीन पारी खेली, जो नंबर आठ बल्लेबाज के तौर पर महिला वनडे विश्व कप में अब तक का सर्वोच्च स्कोर है। ऋचा और स्नेह राणा ने मिलकर आठवें विकेट के लिए 88 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारत की पारी को फिर से मजबूत किया। हालांकि, अंतिम ओवरों में भारत ने तेजी से विकेट गंवा दिए और 251 रन पर ऑलआउट हो गया।
लॉरा वोलवार्ट ने कहा, “यह पारी अद्भुत थी। मैंने अपने करियर में ऐसा कुछ देखा नहीं। मैं अब भी शब्दहीन हूं। हम मुश्किल में थे, लेकिन हमें पता था कि अगर एक अच्छी साझेदारी बन जाती है, तो हम जीत सकते हैं। ऋचा ने कमाल की बल्लेबाजी की, वे दुनिया की बेहतरीन डेथ बल्लेबाजों में से एक हैं और उन्हें रोकना आसान नहीं है। हमारे तेज गेंदबाजों ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की।”
मैन ऑफ द मैच नादिन डि क्लर्क ने अपनी टीम की जीत पर खुशी जताई और कहा कि उनकी और क्लो ट्रायोन की साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण रही। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 69 रन जोड़कर टीम को जीत के करीब पहुंचाया।
डि क्लर्क ने कहा, “इस समय मैं शब्दहीन हूं। हमने पिछले कुछ दिनों में कई अच्छी चीजें की हैं। मैच को जीतने के लिए गहराई में जाकर खेलने की कोशिश की और अपनी पूरी क्षमता दिखाई। मुझे दबाव में खेलना पसंद है, विश्व कप में भी ऐसा ही होता है। हमें पता था कि भारत की टीम मजबूत है और उन्होंने 250 रन बनाए, जो बड़ा स्कोर है। हमने सोचा कि अगर हम अंत तक टिके रहें तो जीत सकते हैं। क्लो के साथ मेरी साझेदारी ने हमें आत्मविश्वास दिया। मैंने अपनी भूमिका को समझा कि नंबर आठ पर आकर विपक्ष पर दबाव बनाना है और मैच खत्म करना है।”
इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की, जबकि भारत को अपनी पहली हार का सामना करना पड़ा।
संक्षिप्त स्कोर:
भारत महिला टीम – 251/10 (ऋचा घोष 94, प्रतिका रावल 37; नोनकुलुलेको मलाबा 2/46)
दक्षिण अफ्रीका महिला टीम – 252/7 (नादिन डि क्लर्क 84*, लॉरा वोलवार्ट 70; स्नेह राणा 2/47)