इस्लामाबाद
पाकिस्तान के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अरशद नदीम ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (टोक्यो, जापान) से बाहर होने के बाद कहा है कि यह हार उनकी यात्रा का अंत नहीं है, बल्कि नई शुरुआत है। उन्होंने दृढ़ संकल्प जताते हुए कहा कि वह जल्द ही मैदान में और अधिक तैयारी और आत्मविश्वास के साथ वापसी करेंगे।
फाइनल में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने पर अरशद ने कहा, “मुझे पता है कि मैंने अपने चाहने वालों को निराश किया है। लेकिन खेल का यही हिस्सा है—कभी जीत, कभी हार। असली खिलाड़ी वही है जो हार से सीख लेकर और मज़बूत बनकर लौटे। मैं वादा करता हूँ कि अगली बार और बेहतर प्रदर्शन करूँगा।”
उन्होंने देशवासियों का आभार जताते हुए कहा कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान मिले प्यार, दुआओं और समर्थन ने उन्हें मानसिक मज़बूती दी। “मुझे गर्व है कि मैंने विश्व मंच पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। आपकी दुआएँ, संदेश और भरोसा मेरी सबसे बड़ी ताक़त हैं,” अरशद ने कहा।
अरशद ने अपने प्रतिद्वंद्वी और भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा का नाम लिए बिना उनके जैसी सकारात्मक सोच दिखाते हुए कहा कि खेल में चुनौतियाँ ही आगे बढ़ने का रास्ता खोलती हैं। “खेल में असफलता अस्थायी है। मेहनत और लगन से हम इसे जीत में बदल सकते हैं। मैं भी उसी विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा हूँ।”
गौरतलब है कि अरशद नदीम, जिन्होंने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर पाकिस्तान का मान बढ़ाया था, टोक्यो की विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पदक की दौड़ से बाहर हो गए। हालांकि, उनका कहना है कि यह ठोकर उन्हें और मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।