अफगानिस्तान से भागी फुटबॉलर नादिया नदीम बनीं डॉक्टर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 19-01-2022
फुटबॉलर नादिया नदीम
फुटबॉलर नादिया नदीम

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
 
अफगानिस्तान की शरणार्थी नादिया नदीम, अब फुटबॉलर से डॉक्टर बन गई हैं. फुटबॉल खेलने के क्रम में पांच साल की पढ़ाई पूरी की और 33 वर्षीय नादिया नदीम, 98 कैप्स के साथ एक डेनिश अंतरराष्ट्रीय संस्था से डॉक्टरेट की उपाधि लेने में कामयाब रहीं.
 
डॉक्टरेट की उपाधि मिलने पर नादिया नदीम ट्वीट कर कहती हैं, “उन सभी का धन्यवाद जो पहले दिन से उनका समर्थन कर रहे हैं. सभी नए दोस्त जो मैंने सड़क पर बनाए, इसे आपके बिना नहीं कर सकती थी. मैं आपके समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहूंगी. ’’ 
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बता दें कि नादिया का जन्म अफगानिस्तान के हेरात में हुआ है. 2000 में तालिबान द्वारा उनके पिता, जो अफगान नेशनल आर्मी (एएनए) में कमांडर थे, की हत्या कर दी गई थी.
 
इसके बाद उनका परिवार भागकर डेनमार्क चला गया. नादिया नदीम ने डेनमार्क में ही फुटबाल करियर शुरू किया. उन्हांेने बी 52 अलबोर्ग और टीम विबोर्ग के साथ फुटबॉल करियर का गाज किया.
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फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.2005 से 2006 तक अलबोर्ग,  विबॉर्ग और 2006 से 2012 तक स्कोवबकेन की टीम के साथ खेली. नदीम 2017 में मैनचेस्टर सिटी में शामिल हो गईं. जनवरी 2018 में मैनचेस्टर सिटी के साथ खेलते हुए 7 जनवरी, 2018 को टीम को 5-2 से जीत दिलाई.
 
 नदीम जनवरी 2019 में पेरिस सेंट-जर्मेन में शामिल हुईं और जून में उनका अनुबंध बढ़ा दिया गया. उसके बाद उन्हें टीम का कप्तान बना दिया गया. वह
2019-20 सीजन में टीम की उपकप्तान रहीं.