हैदराबादः चीफ जस्टिस ने होमगार्ड अशरफ अली को क्यों दिया गुलदस्ता?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 09-04-2022
हैदराबादः चीफ जस्टिस ने होमगार्ड ‘अशरफ अली‘ को क्यों दिया गुलदस्ता?
हैदराबादः चीफ जस्टिस ने होमगार्ड ‘अशरफ अली‘ को क्यों दिया गुलदस्ता?

 

आवाज द वॉयस / हैदराबाद
 
कहते हैं, अगर आप अपना काम ईमानदारी और लगन से करते हैं तो किसी को जरूर महसूस होना चाहिए. ऐसा ही कुछ हैदराबाद में हुआ.शुक्रवार की सुबह कोर्ट जाते समय चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा ने बाबू जगजीवन राम मजस्म चौक के पास अपनी कार रोकी, उतरे और खुद पुलिस होमगार्ड को गुलदस्ता भेंट किया.

हर कोई सोच रहा था कि क्या हो रहा है, क्योंकि यह कोई निर्धारित कार्यक्रम नहीं था. सब कुछ अप्रत्याशित था. सड़क पर वाहनों की बाढ़ आ गई थी. लेकिन तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा ने अपनी कार रोक दी और बाहर निकल गए. होमगार्ड  अशरफ अली का पीठ थपथपाया और उनके काम और समर्पण की प्रशंसा की. फिर उसे गुलदस्ता भेंट किया.
 
यह सब सुबह भारी ट्रैफिक के बीच हुआ, जब चीफ जस्टिस की कार अचानक रुक गई और वह कार से उतर गए. उन्होंने होमगार्ड को बुलाया और उससे कहा कि हर दिन जब वह उच्च न्यायालय जाते हैं, तो वह उसे चौराहे पर अपने कर्तव्यों का पालन करते देखते हैं. उनके काम करने के तरीके से वह प्रभावित हुए.
 
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने अपने आवास से उच्च न्यायालय के रास्ते में होमगार्ड को नियमित रूप से देखा और अपने कर्तव्य के प्रति उनके परिश्रम और समर्पण को देखा. जिसके बाद वे इसकी सराहना करने के लिए रुकने को मजबूर हो गए. 
 
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले दृढ़ संकल्प पुलिस कर्मियों के लिए उनके मन में बहुत सम्मान है.
 
बहुत खुश हैं अशरफ अली

अशरफ अली के लिए यह सब एक सपने के सच होने जैसा था. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले डेढ़ साल से एबॉट्सफोर्ड ट्रैफिक पुलिस में तैनात हूं. मैं मुख्य न्यायाधीश की सुरक्षा की निगरानी करता हूं क्योंकि वह इलाके से गुजरते हैं.
 
गुलदस्ता प्राप्त करने के बारे में उनकी भावनाओं के बारे में पूछने पर, अशरफ ने कहा, ‘‘यह पुरस्कार प्राप्त करना बहुत अच्छा लगता है. मुख्य न्यायाधीश ने मेरे कर्तव्य के प्रति मेरे समर्पण की सराहना की और कहा कि यह जारी रहना चाहिए.