मुंबई. गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने सोमवार को अपना असंतोष व्यक्त किया और सभी मुस्लिम निकायों से सामूहिक रूप से काबुल के मेयर द्वारा महिलाओं को घर पर रहने के आदेश की निंदा करने की अपील की.
अख्तर ने ट्विटर पर लिखा, “अलजजीरा ने रिपोर्ट किया है कि काबुल के मेयर ने सभी कामकाजी महिलाओं को घर पर रहने का आदेश दिया है. मुझे उम्मीद है कि सभी महत्वपूर्ण मुस्लिम निकाय इसकी निंदा करेंगे, क्योंकि यह उनके धर्म के नाम पर किया जा रहा है. सभी कहां हैं, जो कल तक 3तलाक के बचाव में चिल्ला रहे थे?”
काबुल के मेयर ने कहा है कि काबुल की शहरी अर्थव्यवस्था में 2,900से ज्यादा लोग काम करते हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से 27प्रतिशत महिलाएं हैं, जो राजस्व और निर्माण इंजीनियरिंग में जिला कार्यालयों में स्थानीय प्रतिनिधियों के रूप में काम करती हैं.
इस समय अफगानिस्तान में कई महिलाएं जीवन के सभी क्षेत्रों में समान अधिकारों की मांग करते हुए तालिबान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.
गीतकार और पटकथा लेखक अख्तर के नाम साहित्य अकादमी पुरस्कार (2013), पद्म श्री (1999) और पद्म भूषण (2007) और पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी हैं. पिछले साल उन्हें रिचर्ड डॉकिन्स अवॉर्ड मिला था.