आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया और पीएफआई और तब्लीगी जमात जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
विहिप ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन को संबोधित किया है और जिला मुख्यालयों पर प्रशासनिक प्रमुखों के माध्यम से इसे सौंपा है.इसने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और तब्लीगी जमात जैसे संगठनों पर कट्टरपंथी जिहादी हिंसा, अत्याचार, देश में उत्पीड़न को भड़काने का आरोप लगाया. कहा कि उन्हें तुरंत प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.
इसने कहा कि हिंदू समाज को उन जगहों पर पर्याप्त सुरक्षा कवच दिया जाना चाहिए, जहां उसे अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया गया है.विहिप के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक शर्मा ने कहा कि निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन जिंदल की विवादास्पद टिप्पणियों के मामलों में, उन्हें तब तक दोषी नहीं ठहराया जा सकता जब तक कि कोई अदालत ऐसा नहीं सुनाती.
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी में बजरंग दल के धरने को संबोधित किया.उन्होंने कहा कि जिहादी और कट्टरपंथी मुस्लिम नेतृत्व को आम मुसलमानों को जुमे की नमाज या अन्य मौकों पर गुमराह करके उन्हें हिंसा के रास्ते पर नहीं धकेलना चाहिए.
बजरंग दल ने मांग की कि 3 जून और 10 जून को हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए.बजरंग दल ने कहा, जिन लोगों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, उन्हें तुरंत सुरक्षा मुहैया कराई जाए और धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.