गोपेश्वर (उड़ीसा)
उत्तराखंड के चमोली जिले में बारिश से तबाह हुए गाँवों से शुक्रवार को पाँच और शव बरामद हुए। बचाव दल ने लापता लोगों की तलाश में मलबा और कीचड़ खोदकर खोजबीन की। इसके साथ ही, मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। गुरुवार को दो शव बरामद किए गए थे।
जैसे ही बचाव दल ने शवों को बाहर निकाला, पीड़ितों के परिवार के सदस्य बिलख पड़े। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ ने गुरुवार को देहरादून से लगभग 260 किलोमीटर और चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर से 50 किलोमीटर दूर चमोली के नंदानगर क्षेत्र के चार गाँवों - कुंतारी लगा फली, कुंतारी लगा सरपानी, सेरा और धुर्मा - को प्रभावित किया।
नंदानगर पहले से ही भू-धंसाव से जूझ रहा है। चमोली के ज़िला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी खोज और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए नंदानगर में हैं। गुरुवार को कुंतारी लगा फली और धुर्मा गाँवों से पाँच लोगों को ज़िंदा बचा लिया गया, जिनमें से 12 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों का ऋषिकेश स्थित एम्स में इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि 95 लोगों को मारिया आश्रम और गाला गोदाम में बनाए गए राहत शिविरों में पर्याप्त भोजन और दवाओं की आपूर्ति के साथ पहुँचाया गया है।