रोहतक. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को घोषणा की कि अगर भाजपा राज्य विधानसभा चुनाव जीतती है, तो वह राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पेश करेंगे. विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि यह 2014 के आम चुनावों से पहले भाजपा द्वारा किए गए चुनावी वायदे पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
एक स्व-निर्मित वीडियो में, जैन ने कहा, ‘हम मुख्यमंत्री द्वारा इस घोषणा का स्वागत करते हैं. भाजपा ने 2014 में अपने घोषणा पत्र में इसे शामिल किया था. धामी की घोषणा उस वादे को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.’
विहिप नेता ने कहा कि संविधान के संस्थापकों ने अनुच्छेद 44 में स्पष्ट किया था कि यूसीसी लागू करना हर राज्य का कर्तव्य होगा. यूसीसी लागू करें. इस देश की अदालतों ने बार-बार कहा है. केंद्र सरकार ने भी यूसीसी के गठन की आवश्यकता पर जोर दिया है.
जैन ने कहा कि कुछ ‘कट्टरपंथी’ यूसीसी पेश किए जाने पर इसका विरोध करेंगे. क्या गोवा में समान नागरिक संहिता नहीं है? क्या लोग सभी के लिए समान कानूनों को स्वीकार नहीं करते हैं?’
इससे पहले धामी ने खटीमा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद भाजपा सरकार एक पैनल बनाएगी जो राज्य के लिए समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करेगी.
धामी ने कहा, ‘शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, नई भाजपा सरकार हितधारकों, न्यायविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जानकार व्यक्तियों सहित एक समिति बनाएगी, जो राज्य में समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करेगी.’
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने भी धामी को समर्थन दिया है और कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लाने का यह सही समय है.
देवधर ने कहा, ‘समान नागरिक संहिता लाने का यह सही समय है, पहले से ही बहुत देर हो रही है. जब समाज की बात आती है, तो सभी धर्मों और जातियों के लोग अलग-अलग धार्मिक मान्यताओं का पालन करते हैं. जब हम एक समाज के रूप में एक साथ आते हैं, तो वहां सबके लिए एक कानून होना चाहिए. यह सही समय है, खासकर जब देश में हिजाब के मुद्दे पर इतना बड़ा विवाद चल रहा हो.’