आरएसएस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले अपने सोशल मीडिया हैंडल की डिस्प्ले तस्वीर को तिरंगे में बदला
आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
अपने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय ध्वज को अहमियत नहीं देने के चलते आलोचना का सामना कर रहे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस से पहले, शनिवार को तिरंगे की एक तस्वीर अपलोड कर दी है. अपने ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया खातों पर तिरंगे का चित्र प्रदर्शित किया गया है.
लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में हर घर तिरंगा अभियान के रूप में भी संघ ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाएं.
हर घर पर तिरंगा फहराएं. राष्ट्रीय स्वाभिमान बढ़ाएं. भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में तिरंगा को घर लाने और फहराने की आज शुरुआत हुई है.
संघ पहले ही केंद्र के हर घर तिरंगाश् और आजादी का अमृत महोत्सवश् कार्यक्रमों को अपना समर्थन दे चुका है.कांग्रेस ने अपने मुख्यालय पर ष्राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने के लिए आरएसएस पर हमला किया था.
भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सवश् के तहत शुरू किया गया हर घर तिरंगा अभियान 15 अगस्त तक चलेगा.
केंद्र सरकार ने भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए लोगों से 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराने या प्रदर्शित करने का आग्रह किया है.
एक नागरिक, एक निजी संगठन या एक शैक्षणिक संस्थान सभी दिनों और अवसरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकता है या प्रदर्शित कर सकता है. ध्वज प्रदर्शन के समय पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
सरकार ने भारतीय ध्वज संहिता में संशोधन किया है ताकि तिरंगे को खुले में और अलग-अलग घरों या इमारतों में दिन-रात प्रदर्शित किया जा सके.भारतीय ध्वज संहिता को पहले पिछले साल दिसंबर में संशोधित किया गया था,
जिसमें कपास, ऊन, रेशम और खादी के अलावा हाथ से काते, हाथ से बुने हुए और मशीन से बने झंडे बनाने के लिए पॉलिएस्टर के उपयोग की अनुमति दी गई थी.