आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
मशहूर सूफी और कवि हजरत अमीर खुसरो के 720वें उर्स के तीसरे दिन पाकिस्तान से आए हुए जायरीन ने शिरकत कर अकीदत के फूल और चादर चढ़ाए, इसके अलावा भारत में पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वाराइच ने हजरत अमीर खुसरो की दरगाह पर पाकिस्तान सरकार और वहां के लोगों की तरफ से पारंपरिक चादर पेश की, और दोनों देश की तरक्की, शांति के लिए दुआ की गई. साथ ही यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए हिन्दुस्तान और पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा किया.
पाकिस्तान से उर्स में शिरकत करने पहुंचे 70 जायरीन और पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वाराइच का पीरजादा ताहिर निजामी ने स्वागत किया. इसके अलावा पाकिस्तानी जायरीन हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर हाजिरी देकर चादर चढ़ाई.उर्स के तीसरे दिन का कार्यक्रम सुबह 11 बजे से बारा कुल शरीफ से शुरू हुआ, जिसमें पाकिस्तानी जायरीन ने शिरकत की. इसके अलावा देर रात कव्वाली का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वाराइच ने सामाजिक समानता और सामाजिक कल्याण के लिए सूफी बुजुर्गों की भूमिका और प्रतिबद्धता की सराहना की. जायरीन ने यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत और पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा किया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार पाकिस्तान से 70 जायरीन उर्स में शिरकत की. पाकिस्तान की तरफ से 199 जायरीन के आवेदन किया गया था लेकिन भारत सरकार ने सिर्फ 80 जायरीन की वीजा दी.मालूम हो कि हर साल हजरत अमीर खुसरो के उर्स में बड़ी संख्या से जायरीन 1974 के पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल के तहत दिल्ली पहुंचते हैं.