मालेगांव उर्दूघर का नामकरण होगा ‘मुस्कान’ के नाम पर

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 13-02-2022
मालेगांव उर्दूघर का नामकरण होगा ‘मुस्कान’ के नाम पर
मालेगांव उर्दूघर का नामकरण होगा ‘मुस्कान’ के नाम पर

 

मुंबई. कर्नाटक हिजाब विवाद में ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाकर मशहूर हुई मुस्कान खान से मालेगांव की मेयर ताहिरा शेख काफी प्रभावित हैं. उन्होंने घोषणा की है कि मालेगांव में उर्दू घर का नाम उस मुस्कान के नाम पर रखा जाएगा, जो मुस्लिम लड़कियों के लिए ‘चेहरा’ बन गई हैं.

हालांकि इस फैसले पर ताहिरा ने यह भी कहा कि अगर उनकी जगह कोई हिंदू होता, तो हम भी ऐसा ही करते.

मेयर ने कहा, ‘जिस तरह से बहादुर बाघ ने भीड़ का सामना किया है, उसके बदले में हम उन्हें यह सम्मान देना चाहते हैं.’

साफ है कि पीईएस कॉलेज, मांडिया में हिजाब विवाद के दौरान चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी की जा रही थी. फिर मुस्कान ने अल्लाह हू अकबर का नारा भी लगा दिया.

वीडियो वायरल हुआ और हिजाब विवाद में मुस्कान मुस्लिम लड़कियों का चेहरा बन गई.

मुस्कान से प्रेरित होकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर मुस्कान की एक तस्वीर पोस्ट की.

मुस्कान पर इनामों की बारिश हो रही है. मुंबई के एक विधायक ने उन्हें एक आईफोन भी दिया.

मुस्कान के घर मुंबई के बांद्रा से कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी भी पहुंचे. उन्होंने उसे कर्नाटक की बाघिन बताते हुए उसे एक आईफोन और एक स्मार्टवॉच भेंट की.

इसे जीशान ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया है

9 फरवरी को जमीयत उलेमा-ए-हिंद का एक प्रतिनिधिमंडल भी मुस्कान के घर गया, जहां उन्होंने मुस्कान के परिवार को 500,000 रुपये इनाम के तौर पर दिए. हालांकि, नरेंद्र मोदी सूचना मंच के राज्य सचिव मंजूनाथ ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

फोरम का कहना है कि राज्य में हिजाब विवाद में जमीयत का हाथ है. इस संगठन के वित्तीय लेनदेन की जांच की जानी चाहिए. हिजाब इस समय कर्नाटक उच्च न्यायालय में विवाद में है.

बड़ी बेंच की सुनवाई के बाद चीफ जस्टिस ऋतुराज अवस्थी ने स्कूल-कॉलेज फिर से खोलने का आदेश जारी किया और साथ ही कहा कि जब तक अंतिम फैसला नहीं हो जाता, स्कूल-कॉलेज में हिजाब के साथ एडमिशन नहीं होगा.

वहीं दूसरी ओर कपिल सिब्बल ने भी हिजाब विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया.