"Laid foundation for modern India": Karnataka CM pays floral tribute Jawaharlal Nehru on his 61st death anniversary
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी 61वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता बताया.
मीडिया से बात करते हुए, सिद्धारमैया ने प्रमुख उद्योगों और बुनियादी ढांचे के निर्माण में नेहरू के योगदान की सराहना की और कहा कि उनकी विरासत देश की प्रगति का मार्गदर्शन करती रहेगी. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पत्रकारों से कहा, "आज हम पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उनके सम्मान में एक स्मरण समारोह आयोजित कर रहे हैं. उन्होंने 17 वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और अपने कार्यकाल के दौरान कई उपलब्धियाँ हासिल कीं. नेहरू ने मिश्रित अर्थव्यवस्था, प्रमुख उद्योगों, बांधों और प्रमुख बुनियादी ढांचे की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
उन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखी और हर भारतीय को उन्हें याद रखना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए." कार्यक्रम के दौरान सिद्धारमैया ने कर्नाटक में कोविड-19 के मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि के मद्देनजर सरकार की तैयारियों के बारे में मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हालांकि मौजूदा वैरिएंट गंभीर नहीं है, लेकिन प्रशासन किसी भी संभावित प्रकोप को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरत रहा है. इससे पहले आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी 61वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी भारत के पहले प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी. एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने स्वतंत्र भारत की मजबूत नींव रखने में नेहरू के "दूरदर्शी नेतृत्व" को याद किया. राहुल गांधी ने कहा, "भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि. एक सशक्त और समावेशी भारत के सपने के साथ नेहरू जी ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व से स्वतंत्र भारत की मजबूत नींव रखी. सामाजिक न्याय, आधुनिकता, शिक्षा, संविधान और लोकतंत्र की स्थापना में उनका योगदान अमूल्य है। भारत के जवाहरलाल नेहरू की विरासत और उनके आदर्श हमेशा हमारा मार्गदर्शन करेंगे." जवाहरलाल नेहरू एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वे 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री भी बने.
नेहरू 16 साल से अधिक समय तक इस पद पर रहे और 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई. उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री ने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला. नेहरू को भारत के गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) का अग्रदूत माना जाता है. बच्चों के प्रति उनके प्रेम के कारण, नेहरू को 'चाचा नेहरू' भी कहा जाता था और 14 नवंबर को उनकी जयंती को भारत में हर साल बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है.