वाह कश्मीरियत: भारी बर्फबारी, पर्यटक फंसे, मुस्लिम परिवारों ने खोले घर के दरवाजे, मस्जिद समितियां आगे आईं, दिया आश्रय

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 28-12-2024
Stranded tourists get shelter
Stranded tourists get shelter

 

गंदेरबल. मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में हाल ही में हुई भारी बर्फबारी ने जनजीवन को थम सा दिया, लेकिन इसने स्थानीय निवासियों की असाधारण करुणा को भी उजागर किया. गुंड, गगनगीर, सोनमर्ग, कुलन और रायल जैसे क्षेत्रों में सोनमर्ग रोड पर फंसे पर्यटकों ने कश्मीर के प्रसिद्ध आतिथ्य का प्रत्यक्ष अनुभव किया, क्योंकि स्थानीय मुस्लिम परिवारों ने उन्हें मुफ्त आश्रय, भोजन और गर्मजोशी की पेशकश की.

राइजिंग कश्मीर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अचानक हुई बर्फबारी के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं और वाहन फिसल गए, जिससे सैकड़ों पर्यटक सीमित विकल्पों के साथ फंस गए क्योंकि होटल जल्दी ही पूरी तरह भर गए.

स्थानीय निवासियों ने आगंतुकों के लिए अपने घर खोल दिए, उनकी सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया. यहां तक कि मस्जिद समितियों ने भी जरूरतमंद लोगों को भोजन और आश्रय प्रदान किया.

स्थानीय सूत्रों ने बताया, ‘‘इस तरह की उदारता सिर्फ एक या दो गांवों तक सीमित नहीं है.यह पूरे गंदेरबल-सोनमर्ग मार्ग पर एक व्यापक प्रयास था.’’ कुछ मामलों में, गगनगीर में होटल मालिकों ने पर्यटकों को निःशुल्क आवास प्रदान किया, जिससे संकट में फंसे लोगों की मदद करने के लिए समुदाय की प्रतिबद्धता पर और जोर पड़ा.

पर्यटकों ने उनके प्रति की गई दयालुता के लिए गहरा आभार व्यक्त किया. नई दिल्ली से आए एक पर्यटक ने इस अनुभव को दिल को छू लेने वाला बताया. ‘‘कश्मीर के लोग अविश्वसनीय रूप से दयालु हैं. जब हमारे वाहन बर्फबारी के कारण फंस गए, तो स्थानीय लोगों ने हमारे लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए. ऐसी कठिन परिस्थितियों में उनकी गर्मजोशी और देखभाल हमेशा हमारे दिलों में रहेगी.’’

महाराष्ट्र के नागपुर से आए एक अन्य पर्यटक ने साझा किया, ‘‘इस अनुभव ने न केवल हमारी मुश्किलें कम कीं, बल्कि हमें कश्मीरी आतिथ्य का असली सार समझने का मौका दिया. यह दयालुता का ऐसा कार्य है, जिसे हम कभी नहीं भूलेंगे.’’