कश्मीरी पंडित कर्मचारी अपने घरों तक सीमित हुए

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 01-06-2022
कश्मीरी पंडित कर्मचारी अपने घरों तक सीमित हुए
कश्मीरी पंडित कर्मचारी अपने घरों तक सीमित हुए

 

श्रीनगर. अधिकारियों ने बुधवार को प्रवासी कश्मीरी पंडितों के कर्मचारियों को उनके आवास तक सीमित कर दिया, क्योंकि उन्होंने हाल ही में आतंकवादियों द्वारा की गई हत्याओं के विरोध में घाटी छोड़ने की धमकी दी है. अधिकारियों ने प्रवासी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को गांदरबल जिले के तुल्लामुल्ला इलाके, बडगाम जिले के शेखपोरा, अनंतनाग के वीसू और बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में रहने तक सीमित कर दिया.

घाटी में प्रधानमंत्री के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत विभिन्न सरकारी कार्यालयों में काम कर रहे प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने यह आरोप लगाते हुए घाटी छोड़ने की धमकी दी है कि अधिकारी उनकी रक्षा करने में पूरी तरह विफल रहे हैं. ये कर्मचारी 12 मई को बडगाम जिले की चदूरा तहसील में राहुल भट के उनके कार्यालय में आतंकवादियों द्वारा मारे जाने के बाद से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं.

कुलगाम जिले में एक अनुसूचित जाति शिक्षक, रजनी भल्ला की हत्या ने मंगलवार को उन प्रवासी सरकारी कर्मचारियों के बीच नए सिरे से विरोध प्रदर्शन किया, जो घाटी के बाहर सरकारी कार्यालयों में एडजस्ट होना चाहते हैं.

इस बीच, कश्मीरी पंडितों के एक संगठन, माता खीर भवानी स्थापन ट्रस्ट ने अपील की है कि इस साल गांदरबल जिले के माता खीर भवानी मंदिर में होने वाले वार्षिक उत्सव को आतंकवादियों द्वारा हाल ही में हुई हत्याओं के कारण समुदाय के बीच सामान्य भय को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दिया जाना चाहिए.