जमीयत उलेमा साम्प्रदायिक सौहार्द बढ़ाने को पूरे मध्य प्रदेश में लगाएगी ‘सद्भावना संसद’
गुलाम कादिर / भोपाल
छोटी-छोटी बातों पर दो समुदाय के बीच तलवारें खिंच जाने की दुर्भावना कम करने को मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है. इस पहल की अगुवाई कर रहा है जमीयत उलेमा मध्य प्रदेश.
एकता और सद्भाव का माहौल बनाने के लिए जमीयत उलेमा के तत्वावधान में मध्य प्रदेश के सभी जिलों में सद्भावना संसद आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. बतायाा गया कि मध्य प्रदेश में इस पहल के कामयाब होने पर देश भर में ऐसा ही आयोजन किया जाएगा.
बताया किया सद्भावना संसद में सभी धर्म-समुदाय के लोग भाग लेंगे और बढ़ती नफरत के खिलाफ अपनी एकता और सहमति का प्रदर्शन करेंगे. ऐसी व्यवस्था की जा रही है. सद्भावना संसद की शुरूआत 28 अगस्त से हो रही है.
मध्य प्रदेश जमीयत उलेमा के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून से सद्भावना संसद के आयोजन और उसके उद्देश्यों के बारे में बताया कि हमारा उद्देश्य देश में शांति का माहौल स्थापित करने में सहयोग देना है. देश में शांति रहेगी तो विकास का पहिया जेती से घूमेगा. आम लोगों की आर्थिक जरूरतें पूरी होंगी.
उन्हांेने कुछ लोगों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पिछले महीनों में जिस तरह से धर्म संसद के नाम पर धार्मिक नफरत फैलाई गई, वह देश की सेहत बिगाड़ने वाला था. हालांकि इनमें से अधिकांश लोग जेल की सलाखों के पीछे हैं. बावजूद इसके कुछ लोग और कतिपय संगठन अभी भी माहौल खराब करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.