हैदराबाद
सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू ने बुधवार को कहा कि भारत का एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल मार्केट 2031 तक USD 4 बिलियन का होने का अनुमान है, जो बहुत बड़े मौके देगा।
शहर में फ्रांस की बड़ी कंपनी सैफरन की MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) फैसिलिटी के उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए, नायडू ने कहा कि देश एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस एक्टिविटी के लिए एक पसंदीदा जगह बन जाएगा।
शहर में सैफरन एयरक्राफ्ट इंजन सर्विसेज इंडिया (SAESI) फैसिलिटी 2026 में चालू हो जाएगी और यह तेजी से बढ़ते एविएशन सेक्टर में देश की स्वदेशी क्षमताओं के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा।
नायडू ने यह भी कहा कि देश के अंदर एयरक्राफ्ट MRO एक्टिविटी करने से आने वाले सालों में 15 बिलियन USD तक फॉरेन एक्सचेंज बचाने में मदद मिलेगी।
मिनिस्टर ने आगे कहा कि एयरलाइंस की कॉस्ट सेविंग का फायदा पैसेंजर को दिया जाएगा।
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते सिविल एविएशन मार्केट में से एक है और घरेलू कैरियर के पास 1,500 से ज्यादा प्लेन ऑर्डर पर हैं। नायडू ने कहा कि भारत ग्लोबल एविएशन हब बनने की राह पर है। उन्होंने कहा कि देश का MRO सेक्टर 2031 तक 8.9 प्रतिशत की ग्रोथ रेट से USD 4 बिलियन का होने की उम्मीद है।